हमारे पवित्र शास्त्रों में शिवरात्रि को सबसे उत्तम व्रत कहा गया है। इसे व्रतराज भी कहा जाता है। यानी यह सभी व्रतों में सबसे श्रेष्ठ है। यह चारों पुरुषार्थ यानी धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला महाव्रत है। आइए जानें इस वर्ष की शिवरात्रि के शुभ मंगल मुहूर्त...
निशिथ काल पूजा- 24:09 से 25:01 (13 फरवरी)
पारण का समय- 07:04 से 15:20 (14 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि आरंभ- 22:34 (13 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 00:46 (15 फरवरी)