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महाशिवरात्रि 2024: शिवजी के जीव, वस्तु और शिव पंचायत का रोचक संदेश

शिवजी द्वारा धारण की गई वस्तु एवं जीव एक विशेष संदेश देती है जो आज के युग में प्रासंगिक है

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कृष्णा गुरुजी

, गुरुवार, 7 मार्च 2024 (13:08 IST)
Mahashivratri 2024: महा शिवरात्रि विशेष: 8 मार्च 2024 शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर जानिए अद्भुत जानकारी। भगवान शिव ने जो भी वस्तु और धारण कर रखे हैं वे सभी एक विशेष संदेश देती हैं। जैसे भस्म, सर्प, चंद्रमा, नंदी, डमरू आदि। आओ जानते हैं कि ये सभी क्या संदेश देते हैं।
 
1. शिव जी का नंदी- शिव जी का नंदी जी जो बाहर बैठे एकटक देख इंतजार करते रहते हैं, हमारे जीवन में सब्र रखने का संदेश देते हैं। हम नंदी जी की कान में अपनी प्रार्थना इच्छा बोल आते हैं पर साथ में सब्र भी लाए। हर कार्य अपने समय पर पूर्ण होगा सब्र रखना भी नंदी जी से सीखे। 
 
2. शिव जी की भस्म- आज के युग में भस्म हमें हमारा अंत याद दिलाती है जो कलयुग में इंसान भूल जाता है जब जब शिवजी के शरीर पर लगी भस्म देखें तो सोचना एक दिन आपको भी भस्म में बदलना है जिसके साथ सिर्फ आपके कर्म जाएंगे।
 
3. शिव जी का डमरू- बचपन में हमने डमरू देखा जो मदारी के हाथ में होता था। मदारी अपने डमरू से बंदर बंदरिया को जैसा चाहे वैसा नचाता था। ऐसे ही शिव जी के डमरू के आगे हम वैसे ही है जैसे मदारी के आगे बंदर। डमरू दोनों तरफ से बजता है जो जीवन के सुख-दुख को दर्शाता है। हमारी श्वास शिव है जब तक श्वास रूपी शिव है उनके द्वारा निर्धारित कर्म यात्रा सुख-दुख के साथ पूरी करनी है।
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4. शिवजी का सर्प- धरती पर सबसे ज्यादा सजग अवेयर प्राणी सर्प ही है। सजगता का स्थान शरीर के  दोनो भौंह के बीच का स्थान है। जहां सजगता रहती है कुछ याद करना हो तो स्वत: उंगली उस स्थान पर चली जाती है। शिवजी का सर्प सदा सजग अवेयर रहने का संदेश देता है।
 
5 नीलकंठ- शिव जी ने ब्रह्मांड को बचाने के लिए विष पिया। इस कलयुग में घर का मुखिया नील कंठ ही होता है परिवार को एक रखने में मुखिया को कितने कड़वे घुट पीना पड़ते हैं।  
 
6. शिव पंचायत- शिव पंचायत जिसमें गणेशजी का चूहा, शिवजी का नंदी, कार्तिकेय का मोर, माता पार्वती का सिंह जो आपस में एक पल नहीं रह सकते एक साथ एक परिवार में रख संदेश दिया कितनी भी विषमता हो अपना परिवार ना छोड़े। कलयुग पुराण में महाशिवरात्रि को संयुक्त परिवार दिवस के रूप में माना जाता है। महाशिवरात्रि का संदेश युवाओं के लिए अपने परिवार के साथ चले मतभेद से मन भेद ना होने दे। विषमता में परिवार को एक साथ कैसे ले कर चले यह संदेश शिव पंचायत महाशिवरात्रि पर्व देता है।
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7. मस्तक पर चंद्रमा- जैसा कलयुग में कहा जाता है इंसान को हृदय में फायर फैक्ट्री, जुबान पर शुगर फैक्ट्री और दिमाग पर आइस फैक्ट्री लगाकर रखना चाहिए अगर उसको हर क्षेत्र में सफल होना हो तो शिव जी का चंद्रमा कितनी भी विषमता हो जीवन में दिमाग को शीतल ही रखना चाहिए यह संदेश देता है।
 
8. गले में नरमुंड माला- गले में नरमुंड माला यह संदेश देती है आपके हर जन्म की कहानी शिवजी के पास है जो 'शिव नाड़ी विद्या' से आसानी से अंगूठे की छाप से जानी जा सकती है क्योंकि हर इंसान की फिंगर प्रिंट अलग अलग होती है।
 
9. त्रिशूल संदेश- जीवन को संतुलित रखना है तो वह है शरीर के तीन दोष। आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ और काम, ईर्षा और क्रोध जो आज इंसान के दुख का कारण है। इन तीनों को संतुलित रखे शिवजी का त्रिशूल यह संदेश देता है जिसका उल्लेख कलयुग पुराण में दिया है।
 

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