Sawan Somvar Vrat 2023: इस बार श्रावण का तीसरा सोमवार बहुत ही शुभ माना जा रहा है क्योंकि सावन में अधिकमास का यह पहला सोमवार है। ऐसे में इसका महत्व बढ़ जाता है। कई लोग सोच रहे हैं कि इस दिन व्रत रखें या नहीं? व्रत रखें तो कैसे करें पूजा और अर्चना? आओ जानते हैं तीसरे सोमवार का महत्व।
इस बार श्रावण माह में ही अधिकमास का प्रारंभ हुआ है। अधिक मास का यह पहला और श्रावण मास का तीसरा सोमवार है। ऐसे में इस सोमवार का महत्व बहुत ज्यादा है। इसलिए यदि आप सभी तरह के संकट, कर्ज, कलेश आदि से मुक्त होना चाहते हैं तो 4 कार्य विशेष रूप से कर लीजिये, बहुत लाभ होगा।
रुद्राभिषेक पूजा की सरल विधि- Rudrabhishek puja vidhi :-
पूजा सामग्री- भांग, धतूरा, बेलपत्र, दूध, दही, घृत, शहद, चीनी, अनार, ऋतुफल, भस्म, चंदन, सफेद फूल, जल का पात्र, गंगा जल, शिव भोग, प्रसाद आदि।
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शिवलिंग को उत्तर दिशा में स्थापित करके पूर्व में मुख करके रुद्राभिषेक करते हैं।
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पहले शिवलिंग का शुद्ध जल या गंगाजल से जलाभिषेक करें।
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इसके बाद पंचामृत (दूध, दही, शहद, शक्कर, घी) समेत गन्ने का रस आदि सभी तरल पदार्थ से उनका अभिषेक करें।
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अभिषेक करते समय शिवजी का पंचाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय का जप करते रहें।
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उपरोक्त अभिषेक करने के बाद पुन: जलाभिषेक करें।
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इसके बाद शिवजी को चंदन और भस्म का लेप लगाएं।
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लेप लगाते समय महामृत्युंजय मंत्र या रुद्राष्टकम मंत्र का जाप करें।
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इसके बाद उन्हें पान का पत्ता, बेलपत्र सहित सभी बची हुई पूजा सामग्री करें।
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इसके बाद उन्हें उनकी पसंद का भोग लगाएं और इसके बाद 108 बार शिव मंत्र का जप करें।
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जप करने के बाद उनकी आरती उतारते हैं।
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आरती के बाद प्रसाद वितरण करते हैं।