How long will Amarnath Yatra last : 1 जुलाई 2023 से अमरनाथ गुफा की यात्रा प्रारंभ हो चुकी है। बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए पहला जत्था रवाना भी हो गया है। वर्ष 2023 में पहली बार अमरनाथ यात्रा 62 दिनों तक चलने वाली है। आओ जानते हैं कि यह यात्रा किस दिनांक तक चलेगी और क्या है यात्रा का मार्ग।
अमरनाथ यात्रा कब तक चलेगी : अमरनाथ यात्रा आषाढ़ माह की एकादशी से प्रारंभ होती है जो श्रावण मास की पूर्णिमा को समाप्त होती है। अमरनाथ की यात्रा आषाढ़ माह के मध्य में प्रारंभ होती है जो सावन माह के मध्य तक चलती है। इस बार यात्रा 1 जुलाई से प्रारंभ हुई है जो अब 31 अगस्त तक चलेगी। इस बार यात्रा का आयोजन लंबे काल तक होने का कारण है सावन माह में अधिकमास का होगा।
अमरनाथ तीर्थयात्रा के 2 मार्ग है- अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से यात्रा का आयोजन होता है। उपमंडल मजिस्ट्रेट नर्गेश सिंह ने बताया कि देश के सभी हिस्सों से आने वाले गैर-पंजीकृत तीर्थयात्रियों का पंजीकरण यहां काउंटर पर मौके पर ही शुरू हो गया है।
कैसे बनता है शिवलिंग : यह तो सभी जानते हैं कि यहां पर बर्फ का शिवलिंग निर्मित होता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यह शिवलिंग कैसे बनता है? और वह भी ठोस बर्फ का शिवलिंग। गुफा की परिधि लगभग 150 फुट है और इसमें ऊपर से बेहद ही ठंडे पानी की बूंदें जगह-जगह टपकती रहती हैं। यहीं पर सेंटर में एक ऐसी जगह है, जिसमें टपकने वाली बूंदें लगभग दस फुट लंबे शिवलिंग में परिवर्तन हो जाती है।
आश्चर्य की बात यही है कि यह शिवलिंग ठोस बर्फ का बना होता है, जबकि अन्य जगह टपकने वाली बूंदों से कच्ची बर्फ बनती है जो हाथ में लेते ही भुरभुरा जाती है और जो समय के साथ तुरंत ही पिघल भी जाती है।