1. श्रावण मास सोमवार में सवेरे शिवालय में तांबे के कलश में गंगाजल, अक्षत, सफेद चंदन मिलाकर शिवलिंग पर 'ॐ नम: शिवाय' यह मंत्र बोलते हुए अर्पित करें।
2. जल अर्पण के बाद शिव की अक्षत, रौली, बिल्वपत्र, सफेद वस्त्र, जनेऊ व घी की मिठाई के साथ खासतौर परशमी पत्र नीचे लिखे मंत्र बोल यश, धन, संपदा, सुकीर्ति के लिए व जाने-अनजाने पापों के नाश की कामना करते हुए चढ़ाएं-
अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च।
दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।
3. जल अर्पण, पूजा व शमी पत्र चढ़ाने के बाद शिव की धूप, दीप व कर्पूर आरती कर प्रसाद ग्रहण करें।