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गुरुद्वारे में 'खिलौना जहाज' चढ़ाइए, विदेश जाइए

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अगर आप विदेश जाना चाहते हैं और आपको मौका नहीं मिल पा रहा है तो जालंधर जिले में स्थित गुरुद्वारे में आ कर खिलौना हवाई जहाज चढ़ाइए। यह मान्यता है एनआरआई क्षेत्र के रूप में मशहूर पंजाब के दोआबा इलाके के लोगों की। खास कर युवाओं में इसके प्रति गहरी आस्था है। वह हर रविवार को गुरुद्वारे में जा कर अरदास करते हैं तथा खिलौना हवाई जहाज चढ़ाते हैं।

जालंधर के जिले तल्हण गांव में स्थित संत बाबा निहाल सिंह जी गुरुद्वारे के बारे में देश-विदेश में लोगों का ऐसा ही मानना है। विदेश जाने के इच्छुक लोग इस गुरुद्वारे में न केवल देश से बल्कि विदेशों से भी यहां आते हैं और अपने मन की मुराद पूरी करने के लिए खिलौना हवाई जहाज चढ़ाते हैं।

जालंधर के नायब तहसीलदार- एक तथा गुरुद्वारे के रिसीवर प्रदीप छिब्बर ने इस बारे में बताया, ‘यह भरोसे की बात है। लोग अपने मन की मुराद पूरी करने के लिए यहां आते हैं। यहां मत्था टेकते हैं, अरदास करते हैं। बहुत दिनों से लोग यहां हवाई जहाज चढ़ाते आ रहे हैं। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र के लोगों की खास तौर से युवाओं की एक ही इच्छा है विदेश जाना और वहां बसना।

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जैसा मैने पहले ही कहा है ये लोगों के विश्वास का मामला है। लोग विदेश जाने के लिए अपनी इच्छा लेकर यहां आते हैं और खिलौना जहाज चढ़ाते हैं। छिब्बर ने कहा, मुझे नहीं पता कि यह कब और कैसे शुरू हुआ। लेकिन लोग यहां आते हैं और जहाज अर्पित कर चले जाते हैं।

गुरुद्वारे में जहाज अर्पित करने आए कपूरथला के युवक सुखबीर सिंह ने इस बारे में कहा, गुरुद्वारा तल्हण साहिब में खिलौना जहाज चढ़ाने के बाद विदेश जाने की लोगों की इच्छा पूरी हुई है। उनमें से एक को मैं जानता हूं जो कनाडा में स्थायी रूप से बस चुका है। मैं भी यहां जहाज चढ़ाने आया हूं। मेरी इच्छा भी कनाडा जाने की है।

सिंह ने कहा, मुझे पहले पता नहीं था। हाल ही में मेरे दोस्त ने फोन किया और मुझे इस बारे में जानकारी दी, तो मैं तत्काल यहां चला आया। एक अन्य श्रद्धालु कुलवंत सिंह का कहना है कि वह पिछले दो साल से अमेरिका के लिए वीजा लेने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें नहीं मिला। जब उन्होंने यहां जहाज चढ़ाए तो उनका वीजा मंजूर हो गया है और वह अगले महीने अमेरिका जाने वाले हैं।

गुरुद्वारे में काम करने वाले बलबीर सिंह ने कहा कि रविवार को खास तौर से संक्रांति के बाद वाले रविवार को लोगों की भीड़ यहां अधिक होती है। यहां आने वाले अधिकतर युवक और युवतियां हवाई जहाज चढ़ाते हैं, इसकी कोई निश्चित गिनती नहीं है।

गुरुद्वारा सूत्रों के अनुसार चढे़ हुए हवाई जहाजों को गुरुद्वारे में दर्शन के लिए आने वाले आस-पड़ोस के बच्चों को बांट दिया जाता है। गुरुद्वारे के बाहर दुकानों में बड़ी संख्या में हवाई जहाज बिकता है। सभी दुकानदारों के पास हवाई जहाज के अलावा अन्य खिलौने भी हैं। दुकानदार हरमिंदर सिंह का कहना है कि अन्य दिनों की अपेक्षा रविवार को अधिक बिकते है। उनकी दुकान से लगभग 20 जहाज हर रविवार को बिकते हैं। इनकी कीमतें 100 रुपए से लेकर 500 रुपए तक है। (भाषा)

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