उज्जैन। साधु-संतों के सबसे बड़े जूना अखाड़े की प्रवेशाई के साथ मंगलवार से सिंहस्थ शुरू हो जाएगा। प्रवेशाई नीलगंगा से सुबह 10 बजे निकलेगी। सीएम शिवराजसिंह चौहान इसमें शामिल होंगे।
इन जगहों से निकलेगी प्रवेशाई : - प्रवेशाई नीलगंगा से शुरू होकर तीन बत्ती चौराहा, टावर, चामुंडा चौराहा, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, नई सड़क और कंठाल पहुंचेगी। इसके बाद गोपाल मंदिर, पटनीबाजार, गुदरी, महाकाल, हरसिद्धि, रामानुजकोट, दानीगेट, छोटी रपट होकर दत्त अखाड़ा और वहां से भूखी माता रोड जाएगी। प्रवेशाई महाकाल, हरसिद्धि मंदिर और दत्त अखाड़ा पर रुकेगी। अखाड़े में पीर संध्या पुरीजी की समाधि पर पूजा की जाएगी।
प्रवेशाई में क्या होगा खास : प्रवेशाई शहर की सड़कों से होकर बड़नगर रोड भूखीमाता इलाके में रुकेगी। यहां निशान और ईष्टदेव की पूजा होगी।
* इसमें बैंड-बाजे, हाथी, घोड़े और ऊंट होंगे। आगे लोगों पर फूल बरसाती तोप होगी।
* एक हाथी आगे और एक पीछे होगा। बीच में अखाड़े के साधु-संतों के घेरे में भगवान दत्तात्रय की पालकी और निशान होंगे।
* प्रवेशाई में दो नाचने वाले ऊंट भी अपने करतब दिखाएंगे। इंदौर अखाड़े का एक ग्रुप भी शामिल होगा।
* जूना अखाड़ा देश के 13 अखाड़ों में से एक है। इसमें सबसे ज्यादा नागा साधु हैं।
* पताकाओं से सजी होंगी सड़कें।
* सिंहस्थ की पहली प्रवेशाई के मौके पर एडमिनिस्ट्रेशन ने सड़कों को पताकाओं से सजाया है।
* शहरवासियों ने भी प्रवेशाई में आए आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि समेत हजारों साधु-संतों के स्वागत की तैयारियां की हैं।
* अभा अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि भी प्रवेशाई में शामिल होंगे।
* प्रवेशाई में देशभर से पांच हजार से ज्यादा संन्यासी और साध्वी शामिल होंगी।
* महामंडलेश्वर, श्रीमहंत और मठाधीश के साथ ही नागा संन्यासियों का दल भी शामिल होगा।
दूसरे अखाड़ों की प्रवेशाई कब निकलेगी? :
- श्री पंचायती आवाहन अखाड़ा- 10 अप्रैल
श्री तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा - 11 अप्रैल
श्री पंचायती अग्नि अखाड़ा - 14 अप्रैल
श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा- 15 अप्रैल
श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा- 17 अप्रैल
श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा- 18 अप्रैल
श्री पंच अटल अखाड़ा- 19 अप्रैल
श्री निर्मल अखाड़ा - 19 अप्रैल
श्री पंचायत बड़ा उदासीन अखाड़ा- 20 अप्रैल
(तीन अखाड़ों श्री निर्वाणी अणि अखाड़ा, श्री दिगंबर अणि अखाड़ा तथा श्री निर्मोही अणि अखाड़ा की प्रवेशाई की तिथि की घोषणा नहीं हुई है।)