सिंहस्थ महाकुंभ में विश्व पुस्तक सप्ताह के अंतर्गत 23 अप्रैल से पुस्तक प्रेमियों को मंगलनाथ जोन में उनकी रूचि का साहित्य आधी कीमत पर मिल रहा है। मेले में आए श्रृद्धालु प्रतिदिन प्रेरणास्पद आध्यात्मिक साहित्य से भी रूबरू हो रहे हैं। अखिल भारतीय गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से स्थापित केंद्र इस साहित्य के प्रदर्शन और विक्रय का कार्य कर रहा है।
प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचकर न सिर्फ साहित्य खरीदते हैं, बल्कि मित्रों, रिश्तेदारों को जन्म दिवस और विवाह वर्षगांठ जैसे शुभ अवसर पर उपहार में धार्मिक एवं ज्ञानवर्धक पुस्तिकाएं देने के लिए अतिरिक्त प्रतियां ले रहे हैं। केंद्र में गायत्री परिवार के प्रमुख श्रीराम शर्मा आचार्य की लिखी वो पुस्तिकाएं लोकप्रिय हो रही हैं, जो आचार्य जी ने अपने सक्रिय जीवन में निरन्तर लिखीं।
वर्ष 2011 में गायत्री परिवार ने इन पुस्तिकाओं के भारतीय भाषाओं में अनुवाद का महत्वपूर्ण कार्य भी किया था। भारत में स्थित सैकड़ों गायत्री मंदिर परिसर इन पुस्तिकाओं की स्थायी प्रदर्शनी संचालित करते हैं।
पं.श्रीराम शर्मा आचार्य जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर भारतीय भाषाओं में उनके द्वारा रचित साहित्य को देश भर में पहुंचाने का विशेष अभियान शांति कुंज, हरिद्वार ने चलाया है। भारतीय भाषाओं में ऐसा उपयोगी साहित्य अब उज्जैन में आगामी 22 मई तक उपलब्ध रहेगा।