सिंहासन बत्तीसी : पन्द्रहवीं पुतली सुन्दरवती की कहानी
सिंहासन बत्तीसी की रोचक कहानियां
Sinhasan Battisi 15th Story in Hindi
पन्द्रहवीं पुतली की कथा इस प्रकार है-
राजा विक्रमादित्य के शासनकाल में उज्जैन राज्य की समृद्धि आकाश छूने लगी थी। व्यापारियों का व्यापार अपने देश तक ही सीमित नहीं था, बल्कि दूर के देशों तक फैला हुआ था।
उन दिनों एक सेठ हुआ जिसका नाम पन्नालाल था। वह बड़ा ही दयालु तथा परोपकारी था। चारों ओर उसका यश था। वह दीन-दुखियों की सहायता के लिए सतत तैयार रहता था। उसका पुत्र था हीरालाल, जो पिता की तरह ही नेक और अच्छे गुणों वाला था।