ब्राजील की जीत से राहत महसूस कर रहे हैं नेमार
बेलो होरिजोंटे , रविवार, 29 जून 2014 (14:53 IST)
बेलो होरिजोंटे (ब्राजील)। ब्राजील के चहेते नेमार इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि वे चिली पर पेनल्टी शूट आउट में मिली जीत में अपने शॉट पर गोल करने में सफल रहे।
मेजबान देश ने 90 मिनट और अतिरिक्त समय के बाद पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से जीत दर्ज कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।22
वर्षीय नेमार पर देश के करोड़ों लोगों की उम्मीदें लगी हुई थीं। वे थकान से पस्त थे और उन्हें कुछ खरोंचे भी आईं। उन्होंने मैदान से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से कहा कि हम पूरी तरह से भावनात्मक थे। मैच के बाद मेरी आंख में खुशी के आंसू थे।शूटआउट 2-2 की बराबरी पर था और बार्सिलोना का यह खिलाड़ी ब्राजील का 5वां पेनल्टी शॉट लेने उतरा। अगर वह इससे चूक जाता तो चिली अगले शॉट पर जीत दर्ज कर सकता था लेकिन नेमार ने अपने क्लब के साथी क्लाडियो ब्रावो को चौंकाते हुए गोल किया। जिससे दबाव चिली के डिफेंडर गोंजालो जारा पर चला गया जिनका शॉट पोस्ट से लगकर बाहर चला गया और ब्राजील अंतिम 8 में पहुंच गया।उन्होंने कहा कि हम जानते थे कि यह हमारे सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक नहीं था लेकिन हमने इसे जीतने और अगले दौर में पहुंचने के लिए जो जज्बा दिखाया, वह अद्भुत था।नेमार ने कहा कि रविवार को मुझे सबकुछ हुआ। मुझे क्रैंप भी हुआ और धक्का भी लगा। अब मैं आराम करना चाहता हूं। इस स्ट्राइकर ने अपने देश के लिए 53 मैचों में 35 गोल दागे हैं, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उन पर और टीम पर दबाव के बावजूद वह बिना किसी भय के खेले।नेमार ने कहा कि मुझे कोई भय नहीं था। भय से जीतने की इच्छा खत्म हो जाती है। हम जानते थे कि हम अच्छी टीम से खेलेंगे, लेकिन डर नाम की कोई चीज नहीं थी। राहत महसूस करने वाले नेमार की आंखों से जहां खुशी के आंसू निकल रहे थे, वहीं मेजबान टीम के कोच लुईज फेलिपे स्कोलरी ने अपने खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती की प्रशंसा की।स्कोलरी ने नेमार के बारे में कहा कि वह 22 साल का है लेकिन वह ऐसे खेलता है जैसे वह 35 साल का हो। वह दबाव से आराम से निपटता है। वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और जब वह 17-18 साल का था, तब भी आप देख सकते थे कि वह तैयार था। (भाषा)