रिलायंस के विश्व कप टिकट भी कालाबाजार में पहुंचे
रियो डि जिनेरियो-नई दिल्ली , मंगलवार, 8 जुलाई 2014 (23:45 IST)
रियो डि जिनेरियो-नई दिल्ली। विश्व कप फुटबॉल मैचों के टिकटों की कालाबाजारी में रिलायंस इंडस्ट्री के भी कुछ टिकट मिले हैं और कंपनी ने मंगलवार को कहा कि वह जांच कर रही है कि किस तरह ये इतने महंगे टिकट ब्राजील के काले बाजार में पहुंच गए।विश्व कप आयोजक फीफा द्वारा हॉस्पिटैलिटी पैकेज बेचने के लिए नियुक्त की गई कंपनी ‘मैच हॉस्पिटैलिटी एजी’ ने कहा कि 59 प्रतिशत टिकट आरआईएल के नाम पर थे, जिन्हें मोटे मुनाफे के लिए कालाबाजारी करने वाले व्यक्तियों के पास से पाया गया था।रिलायंस कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, हम रिलायंस में हमेशा सभी नियम और दिशानिर्देशों का पालन करते हैं और इस तरह की घटना से अनजान हैं। हम भी इसकी जांच कर रहे हैं। आरआईएल भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी है। कंपनी ने कहा कि उसने एक अन्य कंपनी के जरिए टिकटों की खरीदारी की थी।प्रवक्ता ने कहा, ओक्टागन कंपनी फीफा और उसके प्रायोजकों के साथ काम करती है। हमने उन्हें अपने एजेंट के रूप में कुछ हॉस्पिटैलिटी पैकेज खरीदने के लिए नियुक्त किया था। वे ही टिकटों और पैकेज की चीजें देख रहे थे। मैच हॉस्पिटैलिटी ने कहा कि आरआईएल ने 19 मैचों के लिए कुल 304 पैकेज खरीदे थे जिनकी कीमत 12 लाख डॉलर थी। इन पैकेज में रियो, साओ पाउलो, बेलो होरिजोंटे में सभी मैचों के लिए निजी सुइट की व्यवस्था थी।खरीदारी करार के तहत मैच हॉस्पिटैलिटी ने कहा कि आरआईएल ने किसी भी पैकेज के लिए की ‘दोबारा बिक्री पर कड़ाई से रोक’ लगाने पर सहमति जताई थी। रियो राज्य की पुलिस ने कहा कि उन्होंने मैच हॉस्पिटैलिटी के रेमंड वेलन को गिरफ्तार किया है, उन पर उन व्यक्तियों की मदद का आरोप है जिन्होंने गैर कानूनी रूप से विश्व कप के टिकट दोबारा बेचे थे जिनकी कीमत 10 करोड़ डॉलर आंकी गई है।स्विस एजेंसी मैच हॉस्पिटैलिटी ने कहा कि उसने आरआईएल तथा अन्य दो कंपनियों द्वारा सेमीफाइनल और फाइनल के लिए खरीदे गए पैकेज रोक दिए हैं।बयान में इसने कहा कि आरआईएल, जेट सेट स्पोर्ट्स और पामोद्जी स्पोर्ट्स द्वारा लिए गए टिकटों की जांच तक निलंबित कर दिए हैं। इसमें हालांकि जिक्र नहीं किया गया है कि कितने टिकट सेमीफाइनल और फाइनल के थे। (भाषा)