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शर्मनाक हार पर क्या बोले ब्राजील के कोच...

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बेलो होरिजोंटे , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (14:15 IST)
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बेलो होरिजोंटे। ब्राजील के कोच लुई फिलीप स्कॉलरी ने जर्मनी के हाथों विश्व कप सेमीफाइनल में 7-1 से मिली हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि यह उनकी जिंदगी का सबसे ‘बदतर दिन’ था।

स्कालरी ने कहा कि मुझे लगता है कि यह मेरे जीवन का सबसे खराब दिन था। विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा उलटफेर यह नतीजा प्रलय जैसा है।

उन्होंने कहा क‍ि मुझे ऐसे कोच के रूप में याद रखा जाएगा जिसकी टीम 7-1 से हारी, लेकिन जब मैंने पदभार संभाला तब मुझे इस जोखिम का अहसास था। जिंदगी यहां रुकने वाली नहीं है। अपनी सरजमीं पर ब्राजीली टीम की सबसे बड़ी हार के बाद कोच को हटाने की मांग की जा रही है।

स्कालरी ने कहा क‍ि ब्राजील के लोगों और फुटबॉलप्रेमियों को मेरा संदेश है कि हमने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।

उन्होंने कहा कि हम महान टीम से हारे। बेहतरीन हुनर की मालिक इस टीम ने 6 मिनट में 4 गोल करके सब कुछ बदल दिया। हमें इस गलती के लिए माफ करें। हम शर्मिंदा हैं कि फाइनल में नहीं पहुंच सके।

कोच ने कहा क‍ि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। मैं व इस प्रलंयकारी नतीजे के लिए पूरी टीम को कसूरवार ठहराया जा सकता है, क्योंकि मेरे खिलाड़ी ऐसा ही सोचते हैं लेकिन रणनीतिकार मैं था और टीम मैंने चुनी थी लिहाजा दोषी भी मैं ही हूं।

स्कालरी के मार्गदर्शन में ब्राजील ने 2002 में 5वां विश्व कप जीता था। महान कोच के रूप में उनकी साख को धब्बा लगा है और अब पुर्तगाल में कथित कर धोखाधड़ी के मामले में उन्हें जांच का भी सामना करना है।

उन्होंने कहा क‍ि मैं अभी भविष्य के बारे में बात नहीं करना चाहता। मुझे शनिवार को तीसरे स्थान के मुकाबले में अच्छा नतीजा देना है।

स्कालरी ने टूर्नामेंट के दौरान और उससे पहले कहा था कि ब्राजील अपनी धरती पर विश्व कप जीत सकता है लेकिन उन्होंने इससे इंकार किया कि इस बयान से खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ा था।

उन्होंने कहा क‍ि मैंने जो कहा कि मुझे उसका मलाल नहीं है। उन्हें शुरू से पता था कि अपनी धरती पर हमें जीतने के लिए खेलना है। मुझे नहीं लगता कि इससे उन पर दबाव बना। टीम सेमीफाइनल तक पहुंची जिससे उसकी क्षमता का पता चलता है। हमें कोई खेद नहीं है। बस, सेमीफाइनल में 10 मिनट के भीतर सब कुछ बदल गया।

उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि स्टार स्ट्राइकर नेमार की गैरमौजूदगी से टीम की लय बिगड़ी। उन्होंने कहा कि बहाने तलाशने की जरूरत नहीं है। जर्मन टीम अधिक लयबद्धता के साथ खेली। इसका नेमार से कोई सरोकार नहीं है। (भाषा)

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