- गजेंद्र नागर
भारतीय एथलीटों ने प्रतियोगिता में पाँच स्वर्ण, पाँच रजत एवं इतने ही कांस्य पदकों सहित कुल 15 पदक प्राप्त किए तथा चीन (7-4-4) के बाद दूसरा स्थान बनाया। पिछली प्रतियोगिता (इंचिओन, कोरिया 2005) में हमने चार स्वर्ण, पाँच रजत एवं चार कांस्य सहित 13 पदक जीतकर चौथा स्थान पदक तालिका में बनाया था।
प्रतियोगिता में सऊदी अरब (पाँच स्वर्ण) तीसरे, कतर (चार स्वर्ण) चौथे, कजाकस्तान (चार स्वर्ण) पाँचवें और एशिया की पूर्व महाशक्ति जापान (तीन स्वर्ण) छठे स्थान के हकदार बने। डिस्क्स थ्रोअर विकास गौड़ा भी अम्मान में पदक से वंचित रहे। 60.91 मी. का निराशाजनक थ्रो विकास को चौथा स्थान ही दिला सका।
चित्रा के. सोमन के दो स्वर्ण पदक : मध्यम दूरी की इस धाविका ने महिलाओं की 400 मीटर के अलावा 4×400 मी. रिले में भी स्वर्ण जीता। स्पर्धा में भारत के लिए पहला स्वर्ण जुटाने वाली चित्रा ही थीं, जिन्होंने 53.03 सेकंड का समय देकर 400 मी. का स्वर्ण जीता था।
रिले की स्वर्णिम सफलता चित्रा ने संदीप कौर, मंजीत कौर एवं सिनी जोस के साथ हासिल की। नवप्रीतसिंह ने 19.70 मी. के थ्रो के साथ गोला फेंक में, रंजीत माहेश्वरी ने 17.19 मी. छलाँग के साथ तिहरी कूद में और सिनी मोल ने 4 मि. 25.67 सेकंड के साथ महिलाओं की 1500 मी. दौड़ में स्वर्ण जीता।
अन्य पदक भारत के : लंबी दूरी की भारतीय धाविका प्रीजा श्रीधरन ने 10 एवं 5 हजार मी. दौड़ में रजत प्राप्त किए, सिनी मोल 800 मी., जेजे शोभा महिला हेप्टेथलॉन और अंजू जॉर्ज ने लांग जंप में रजत लिए, जबकि सुष्मिता सिंथा (महिला हेप्टेथलॉन), जोसफ अब्राहम (400 मी. बाधा दौड़), कृष्णा पूनिया (महिला डिस्क्स थ्रो), बीबू मैथ्यू (तिहरी कूद) और सरीब पाल, जोसफ अब्राहम, एसके मुर्तजा तथा केएम बीनू की चौकड़ी (4×100 मी. रिले) कांस्य पदक ले आई।
महिला एथलीटों का अम्मान में रहा बोलबाला क्योंकि भारत को मिले पाँच स्वर्ण में से तीन स्वर्ण, सभी पाँच रजत पदक और दो कांस्य पदक बाजरिए महिला एथलीट ही आए। 15 में से 10 पदक महिला एथलीटों ने जीते।
स्पर्धा की समाप्ति के बाद यह कहा गया कि चीन, जापान एवं खाड़ी देशों ने अपने शीर्ष एथलीट एशियाई चैंपियनशिप में नहीं उतारे, न उतारे हों, किंतु बावजूद इसके एशियाई स्तर की अम्मानी स्पर्धा में भारतीय एथलीटों से उनके अच्छे प्रदर्शन का श्रेय नहीं छीना जा सकता।