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अफ्रीका की उम्मीदें अब घाना पर

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जोहानसबर्ग , शुक्रवार, 25 जून 2010 (18:34 IST)
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घाना की टीम विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में शनिवार को जब अमेरिका से भिड़ेगी तो अफ्रीका की सारी उम्मीदें उसी पर होगी। घाना अभी तक टूर्नामेंट के अगले दौर में पहुँचने वाली एकमात्र अफ्रीकी टीम है।

आइवरी कोस्ट को दूसरे दौर में पहुँचने के लिए भारी अंतर से अपना आखिरी लीग मैच जीतना होगा। कैमरून, नाइजीरिया, अल्जीरिया और मेजबान दक्षिण अफ्रीका इस महाद्वीप में हो रहे पहले विश्व कप से बाहर हो चुके हैं।

मिडफील्डर सुले मुंटारी ने हालाँकि कहा कि अपेक्षाओं के दबाव का प्रदर्शन पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि घाना सेमीफाइनल तक पहुँचना चाहता है, जबकि कोई भी अफ्रीकी टीम यह श्रेय हासिल नहीं कर सकी है।

उन्होंने कहा कि हम अफ्रीका के लिए यह उपलब्धि अर्जित करना चाहते हैं। हम रिकॉर्ड तोड़ना चाहते हैं। इसके लिए हालाँकि घाना को एक इकाई के रूप में बेहतरीन खेल दिखा रहे अमेरिका से पार पाना होगा।

ग्रुप 'सी' में शीर्ष पर रहे अमेरिका ने अल्जीरिया को इंजुरी टाइम में लैंडन डोनोवान के गोल के दम पर हराकर नाकआउट चरण में जगह बनाई। इससे पहले इंग्लैंड ने उसे 1-1 से गोलरहित ड्रॉ पर रोका और स्लोवेनिया ने 2-2 से ड्रॉ खेला था। आखिरी क्षणों में अमेरिका का गोल अमान्य करार दे दिया गया था।

गोलकीपर टिम हावर्ड ने कहा हमें यह देखना होगा कि हम शुरुआती क्षणों में गोल नहीं गँवाए। घाना को आखिरी ग्रुप मैच में जर्मनी ने 1-0 से हराया लेकिन ऑस्ट्रेलिया की दूसरे मैच में सर्बिया पर 2-1 से जीत के कारण घाना को दूसरे दौर में प्रवेश मिल गया।

पहले मैच में घाना ने सर्बिया को 1-0 से हराया और दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया से 1-1 से ड्रॉ खेला। घाना ने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर किये जिससे उसकी मैदानी गोल करने की क्षमता पर उंगली उठने लगी है।

मुंटारी ने कहा यह सही है कि हम मैदानी गोल नहीं कर सके लेकिन यह कहना गलत होगा कि हम खेल नहीं सकते। घाना ने 2006 में आखिरी ग्रुप मैच में अमेरिका को हराकर बाहर किया था लेकिन अंतिम 16 में ब्राजील से हार गया। सर्बियाई कोच मिलोवान रेजेवाच के मार्गदर्शन में उसे इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

अमेरिकी कोच बॉब ब्राडले ने घाना को प्रतिभाशाली, एथलेटिक और मोबाइल टीम करार दिया है। अमेरिका यदि उसे हरा देता है तो 2002 के बाद फिर क्वार्टर फाइनल में पहुँच जाएगा। अमेरिका 1930 के बाद से विश्व कप सेमीफाइनल में नहीं पहुँचा है। (भाषा)

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