दो बार विश्व अंडर आठ चैम्पियन रह चुकी इवाना फुर्ताडो को एशियाई युवा शतरंज चैम्पियनशिप में भारत की ही जीके मोनिषा ने हराया जबकि एम. महालक्ष्मी ने अंडर-10 बालिका वर्ग में एकल बढ़त बना ली।
महालक्ष्मी ने सात में से 6.5 अंक बनाए। नौ दौर के टूर्नामेंट में अब दो ही दौर बाकी है। वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से डेढ़ अंक आगे हैं, लिहाजा उसका स्वर्ण पदक जीतना तय है।
वहीं फुर्ताडो को लगातार दूसरी पराजय का सामना करना पड़ा। उसे अब एशियाई खिताब के लिए अगले साल तक इंतजार करना पड़ेगा।
अंडर 10 बालक वर्ग में सीएच मोहनीश ने एकल बढ़त बना ली है। उसने ईरान के मौसावी सैयद खलील को हराया। इस वर्ग में सिद्धांत महापात्र भी पदक के दावेदार है, जिसने कजाखस्तान के आशिरोव सांझार को हराया।
अंडर 12 बालक वर्ग में गिरीश कौशिक ने शारदुल गागरे को हराकर पदक की उम्मीदें कायम रखी है। वह ईरान के जामबख्त निमा के साथ संयुक्त बढ़त बनाए हुए हैं। भारत अंडर-14 बालक वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीत सकता है। प्रसन्ना राव ने ईरान के इदानी पोउया से ड्रॉ खेलकर एकल बढ़त कायम रखी है।