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कोच के इस्तीफे का असर नहीं: नारंग

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नई दिल्ली (भाषा) , बुधवार, 8 अप्रैल 2009 (15:53 IST)
विश्व कप के रिकॉर्डधारी निशानेबाज गगन नारंग ने कहा कि कोच लाजलो सुजाक के इस्तीफे का असर 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों पर सीधे तौर पर नहीं पड़ेगा लेकिन भारतीय टीम को लंबे समय में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

हंगरी के सुजाक भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अधिकारियों के बर्ताव से खुश नहीं थे और उन्होंने इस्तीफा देकर ईरान से अनुबंध कर लिया। संघ ने हालाँकि जल्द ही नए कोच को लाने की कवायद शुरू कर दी है।

इस संबंध में नारंग ने भार्षां को दिए इंटरव्यू में कहा हम काफी समय से एक ही तरह ट्रेनिंग कर रहे थे और इसके आदी हो गए हैं। नए कोच का ट्रेनिंग देने का तरीका अलग होगा जिससे निश्चित रूप से निशानेबाजों को उनके अनुसार सामंजस्य बिठाना होगा। इस प्रक्रिया में समय लगता है।

लाजलो ने नांरग के अलावा भारतीय निशानेबाजी की गोल्डन गर्ल अंजलि भागवत के करियर में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा पिछले कई वर्षों से भारत को मिली सफलता का श्रेय बहुत हद तक लाजलो को जाता है।


बीजिंग ओलिम्पिक में दस मीटर एयर राइफल स्पर्धा में मामूली अंतर से पदक से चूके नारंग ने कहा इससे 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियाँ ज्यादा प्रभावित नहीं होंगी लेकिन भविष्य में इसका असर जरूर पड़ेगा।

वह प्रतिभाशाली निशानेबाजों का एक पूल बना रहे थे जो काफी मुश्किल काम था। जब तक संघ नया कोच नियुक्त नहीं करती तब तक इस मुहिम को करारा झटका लगेगा। एक बार प्रक्रिया शुरू हो गई तो सब ठीक हो जाएगा।

पिछले साल नवंबर में बैंकाक में हुए विश्व कप फाइनल्स में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाला भारत का यह स्टार निशानेबाज हालाँकि लाजलो के जाने से काफी निराश है क्योंकि इस कोच ने उनके कैरियर को संवारने के लिये कड़ी मेहनत की है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने मेरी तकनीक में काफी बदलाव किया है जिसके कारण मेरे प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है। उनके टीम को छोड़ना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से करारा झटका है। मैं यह नहीं कहूँगा कि इसका असर सीधे तौर पर विश्व कप की तैयारियों पर पड़ेगा लेकिन लंबे समय में यह काफी नुकसानदाई होगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद के लिए विशेष कोचिंग लेंगे तो उन्होंने कहा इस समय मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकताएनआरएआई हमारे लिए क्या करती है यह इसी पर निर्भर करेगा। ओलिम्पिक गोल्ड क्वेस्ट फंड मेरी ट्रेनिंग में काफी सहायता कर रही है। उन्होंने कई तरह से मेरी मदद की है और देखते हैं आगे क्या होता है।

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