गलतियों के लिए ब्लाटर ने माँगी माफी
जोहानसबर्ग , बुधवार, 30 जून 2010 (00:39 IST)
फीफा के अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने विश्व कप के अंतिम सोलह के मैचों के दौरान रेफरी की गलतियों के लिए इंग्लैंड और मैक्सिको से माफी माँगी है। उन्होंने इसके साथ ही घोषणा की कि अगले महीने कार्डिफ में होने वाली बैठक में फीफा गोल लाइन पर टेक्नोलॉजी का उपयोग शुरू करने पर विचार किया जाएगा।ब्लाटर रविवार को हुई घटनाओं पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इसमें से पहली घटना में इंग्लैंड के फ्रैंक लैंपार्ड के गोल को नहीं माना गया जबकि गेंद ने तब गोललाइन पार की थी। यदि यह गोल हो जाता तो तब जर्मनी के खिलाफ मैच में इंग्लैंड 2-2 से बराबर हो जाता। जर्मनी ने यह मैच 4-1 से जीता।मैक्सिको भी रेफरी के फैसले से नाराज था क्योंकि अर्जेंटीनी स्ट्राइकर कालरेस तेवेज ने जब पहला गोल किया तब वह साफ तौर पर आफ साइड थे। यह मामला तब और बिगड़ गया जब इसे बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया। अर्जेंटीना ने यह मैच 4-1 से जीता।ब्लाटर ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से रेफरी की इन गलतियों पर मुझे खेद है लेकिन इसका मतलब प्रतियोगिता का अंत या फुटबॉल का अंत नहीं हैं। ऐसा हो सकता है। मैंने केवल यही कर सकता था और मैंने कल वह किया और दोनों महासंघों (इंग्लैंड और मैक्सिको) से सीधे बात करके रेफरियों की गलती पर खेद जताया। उन्होंने कहा कि मैंने दोनों महासंघों से माफी माँगी। मुझे पता है कि वे खुश नहीं हैं और लोग आलोचना कर रहे हैं। मैंने इंग्लैंड और मैक्सिको से माफी माँगी। इंग्लैंड ने कहा कि धन्यवाद और स्वीकार किया कि आप कुछ मैच जीतते हो तो कुछ हार जाते हो। मैक्सिको ने भी यह बात स्वीकार की।ब्लाटर ने कहा कि हम केवल गोललाइन टेक्नोलॉजी पर ही बात करेंगे। फुटबॉल ऐसा खेल है जो कभी रुकता नहीं है। इसमें ऐसे मौके आ सकते हैं कि जबकि ऐसी चर्चा हो कि गेंद गोललाइन के अंदर थी या नहीं या वहाँ गोल करने का कोई मौका था। इसमें टीमों को टेनिस की तरह एक या दो बार रीप्ले की अपील करने की छूट दी जा सकती है। उन्होंने कहा लेकिन मैक्सिको के मैच में जो स्थिति थी उसमें टेक्नोलॉजी की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह स्वाभाविक है कि अब तक हमें जो अनुभव मिला है उसे देखते हुए कार्डिफ में जुलाई (21 और 22) को टेक्नोलॉजी पर बात नहीं करना बेवकूफी होगी। (भाषा)