नई दिल्ली: जहां टी-20 विश्वकप में भारत की करारी हार पर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के कुछ लड़के लड़कियों की जश्न की तस्वीरों से देश के दूसरे भाग में गुस्सा फूटा था वहीं एक कश्मीरी लड़की ने विश्व स्तर पर भारत का नाम उंचा भी किया।
विश्व जूनियर चैंपियन तजामुल इस्लाम ने दूसरी बार किकबॉक्सिंग विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करके इतिहास रच दिया।
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले की निवासी 13 वर्षीय तजामुल ने मिस्र की राजधानी काहिरा में आयोजित विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप के अंडर-14 वर्ग के फाइनल में अर्जेंटीना की लालिना को हराकर स्वर्ण पदक जीता। वह मेजबान मिस्र की दो दिग्गज मुक्केबाजों को हरा कर फाइनल में पहुंचीं। तजामुल फाइनल से पहले फ्रांस की मुक्केबाज से भिड़ीं।
तजामुल ने जीत के बाद ट्वीट के जरिए अपनी खुशी का इजहार किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “ मेरे लिए यह गर्व का क्षण है। मैंने काहिरा में विश्व चैंपियनशिप के अंडर-14 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। अब मैं दूसरी बार विश्व चैंपियन बन गई हूं। मैं डॉक्टर भी बनना चाहती हूं। ”
उल्लेखनीय है कि इससे पहले उन्होंने वर्ष 2016 में इटली के एंड्रिया में आयोजित विश्व किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में महज आठ वर्ष की उम्र में पहला विश्व चैंपियन खिताब जीता था। वह ऐसा करने वाली पहली जूनियर अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज थी। उन्होंने जिला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की किकबॉक्सिंग प्रतियोगिताओं के सब-जूनियर वर्ग में भी स्वर्ण पदक जीते हैं।
काहिरा में 18 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक आयोजित हुई इस चैंपियनशिप में दुनिया भर के मुक्केबाजों ने भाग लिया, जिसमें भारत के विभिन्न आयु एवं वजन वर्ग के 30 खिलाड़ी शामिल हुए।
गौरतलब है कि पिछले रविवार टी20 विश्व कप में टीम इंडिया के खिलाफ पाकिस्तान को मिली जीत के बाद श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में कुछ लोगों ने जश्न मनाया था और पाक जिंदाबाद के नारे लगाए थे।
इसी मेडिकल कॉलेज की एक स्टूडेंट अनन्या जामवाल ने जब देशद्रोही नारे लगाने वालों का विरोध किया तो उसे पुलिस मुखबिर बताकर इन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी।
इसके दो वीडियोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे। इसके अलावा आगरा में रहने वाले तीन कश्मीरी छात्रों पर भी पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने के आरोप में जेल भेज दिया गया था। उन पर कार्यवाही जारी है।