नई दिल्ली:टूर्नामेंट के लिये तुर्की दौरे पर गये भारतीय मुक्केबाजी दल के आठ सदस्यों को कोविड-19 पॉजिटिव पाये जाने के बाद इस्ताम्बुल में पृथकवास पर रखा गया था, जिनमें से सात इससे उबर चुके हैं और बुधवार को स्वदेश लौट आयेंगे।
इन पॉजिटिव आये सदस्यों में तीन मुक्केबाज भी शामिल थे।राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता गौरव सोलंकी (57 किग्रा), प्रयाग चौहान (75 किग्रा) और बृजेश यादव (81 किग्रा) का एक सप्ताह पहले वायरस के लिये पॉजिटिव पाया गया था। इस कारण उन्हें प्रतियोगिता 19 मार्च को समाप्त होने के बावजूद इस्ताम्बुल में ही पृथकवास पर रहना पड़ रहा था।
ये तीनों अब नेगेटिव आये हैं और बुधवार को सहयोगी स्टाफ के चार सदस्यों - कोच संतोष बीरमोले, फिजियोथेरेपिस्ट शिख केडिया, डाक्टर उमेश और वीडियो विश्लेषक नितिन कुमार - के साथ स्वदेश लौट आयेंगे।
एक कोच धर्मेन्द्र यादव हालांकि दोबारा हुई जांच में पॉजिटिव आये हैं और उन्हें स्वदेश लौटने के लिये कुछ और दिन इंतजार करना होगा।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के महासचिव हेमंत कलिता ने कहा, हमारी टीम के आठ सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव आये थे जिसमें तीन मुक्केबाज और पांच सहयोगी स्टाफ थे और मेजबान देश के प्रोटोकॉल के अनुसार खिलाड़ी यात्रा करने के लिये मंजूरी मिलने तक पृथकवास में थे।
उन्होंने कहा, इनमें से सात को आज यात्रा करने की अनुमति मिल गयी। वे कल भारत लौट रहे हैं। एक सदस्य हालांकि अब भी कोविड-19 पॉजिटिव है और वह मंजूरी मिलने तक इंस्ताबुल में ही रूकेगा।
भारतीय दल बोसफोरस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये इस्ताम्बुल गया था। इस प्रतियोगिता में पुरुषों में एकमात्र पदक सोलंकी ने कांस्य पदक के रूप में जीता था।
महिलाओं में निकहत जरीन (51) ने भी कांस्य पदक हासिल किया था। इस तरह से भारत ने प्रतियोगिता में दो पदक जीते थे।
इस दौरे पर जाने वाले अन्य पुरुष मुक्केबाजों में ललित प्रसाद (52 किग्रा), शिव थापा (63 किग्रा), दुर्योधन सिंह नेगी (69 किग्रा), नमन तंवर (91 किग्रा) और कृष्णन शर्मा (91 किग्रा से अधिक) शामिल थे।
महिला वर्ग में ज़रीन, सोनिया लाथेर (57 किग्रा), परवीन (60 किग्रा), ज्योति ग्रेवाल (69 किग्रा) और पूजा सैनी (75 किग्रा) ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था।(भाषा)