इपोह। कम रैंकिंग वाली कोरिया ने 5 बार की चैंपियन भारत को अजलन शाह हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में शनिवार को यहां निर्धारित समय में मैच 1-1 से बराबरी पर छुटने के बाद पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। फाइनल से पहले विश्व रैंकिंग में 5वें स्थान पर काबिज भारत को 17वीं रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन कोरिया ने 6ठी बार उसके चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया।
भारतीय टीम ने इस मुकाबले में अपने अभियान की शुरुआत शानदार तरीके से की और मैच के 9वें मिनट में सिमरनजीत सिंह के गोल से टीम ने खाता खोला। कोरियाई टीम की रक्षापंक्ति ने इसके बाद बेहतर खेल दिखाया और गोल करने के लगातार मौके बनाने की तलाश में रही।
कोरिया के प्रयासों ने मैच के चौथे क्वार्टर में रंग दिखाया जब 47वें मिनट में जांग-जोंग ह्यून के पेनल्टी स्ट्रोक पर किए गोल से स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। भारत ने इस गोल के खिलाफ वीडियो रेफरल लिया लेकिन उसमें दिखा कि ह्यून ने कोई गलती नहीं की थी। अंतिम सीटी बजने से 2 मिनट पहले भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल पाई।
निर्धारित समय में स्कोर 1-1 से बराबर रहने के बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ जिसमें कोरियाई टीम ने भारत को 4-2 से शिकस्त दी। भारत के लिए बीरेन्द्र लाकड़ा और वरुण कुमार ही शूटआउट में गोल कर पाए जबकि मंदीप, सुमित कुमार जूनियर और सुमीत गोल करने से चूक गए। शूटआउट में अनुभवी पीआर श्रीजेश की जगह युवा कृष्णा बी. पाठक गोलकीपर की भूमिका में थे। कोरिया के लिए शूटआउट में जी वू शेओन, ली जुंगजुन, जुंग मंजे और ली नमयोंग गोल करने में सफल रहे।
पूरे मैच के दौरान भारत ने कई मौके बनाए, लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी। मैच के शुरुआती क्षणों में भारतीय खिलाड़ी डी में भी पहुंचे लेकिन कोरिया की रक्षापंक्ति को भेदने में सफल नहीं हुए। अग्रिम पंक्ति में मनदीप सिंह और सुमीत कुमार (जूनियर) के छोटे और कारगर पास ने पहले क्वार्टर में मौका बनाया जिसे मैच के 9वें मिनट में सिमरनजीत ने गोल में बदल दिया। कोरियाई टीम ने भी इसके बाद जवाबी हमला किया, लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने उन्हें रोक दिया।
पहले क्वार्टर के खत्म होने से ठीक पहले गुरिंदर सिह ने भारत के लिए पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन इस ड्रैगफ्लिकर के शॉट को कोरियाई खिलाड़ियों ने रोक दिया। भारत ने दूसरे क्वार्टर में भी दबदबे के साथ शुरुआत किया सुमीत की मदद से सिमरनजीत ने सर्कल के पास से बैकहैंड शॉट मारा लेकिन उनके इस प्रयास का कोरियाई गोलकीपर किम जेहेयोन ने अच्छी तरह से बचाव किया।
मध्यांतर से 5 मिनट पहले भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम को एक बार फिर निराशा मिली। वरुण कुमार के शक्तिशाली फ्लिक को गोलकीपर जेहेयोन ने रोक दिया। भारतीय टीम ने तीसरे क्वार्टर में भी गोल करने के काई अच्छे मौके बनाए, लेकिन कोरिया की सजग रक्षापंक्ति ने उन्हें गोल करने से रोके रखा। इस बीच कोरिया मैच के 33वें मिनट में कोरिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन ह्युन की फ्लिक भारतीय रक्षापंक्ति ने रोक दिया।
मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर में कोरिया ने बराबरी के लिए पूरी ताकत लगा दी। भारतीय रक्षापंक्ति के खिलाड़ी अमित राहिदास ने कोरियाई कप्तान ली नमयोंग को गलत तरीके से रोका जिसके बाद टीम के खिलाफ पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया। शानदार लय में चल रहे ह्यून ने कोई गलती नहीं की और 47वें मिनट में उनके प्रहार को गोलकीपर कृष्णा बी. पाठक नहीं रोक पाए और मैच का स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में मेजबान मलेशिया ने कनाडा को 4-2 से हराया। (वार्ता)