न्यूयॉर्क। अमेरिकी महिला फुटबॉल टीम की स्टार गोलकीपर होप सोलो पर रियो ओलंपिक के दौरान स्वीडन की खिलाड़ियों को 'कायरों की टोली' बताने के बयान के बाद 6 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। अमेरिकी फुटबॉल संघ ने इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि 35 वर्षीय सोलो ने रियो ओलंपिक खेलों के दौरान मैच में स्वीडन की खिलाड़ियों को 'कायरों की टोली' जैसा आपत्तिजनक बयान दिया था। इस मैच में अमेरिका को पेनल्टी शूटआउट में हार झेलनी पड़ी थी।
फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सुनील गुलाटी ने एक बयान में कहा कि सोलो का रियो ओलंपिक में स्वीडन के खिलाफ दिया गया बयान अस्वीकार्य है और राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के व्यवहार नियमों का उल्लंघन करता है।
उन्होंने कहा कि परिणाम या स्पर्धा से अलग ओलंपिक खेल भावना और सम्मान का प्रतीक है। हम अपने सभी प्रतिनिधियों से नियमों के पालन और सम्मान की उम्मीद करते हैं, वहीं अमेरिकी महिला फुटबॉलर ने इस निर्णय पर दुख जताया है।
उन्होंने कहा कि मैं फेडरेशन के निर्णय से दुखी हूं कि उन्होंने मेरे करार को समाप्त कर दिया है। मैं जैसी इंसान हूं वैसी ही खिलाड़ी हूं। मैं जो भी बोलती हूं, पूरे जोश के साथ कहती हूं और अमेरिकी महिला फुटबॉलरों के लिए उदाहरण बनना चाहती हूं।
हालांकि इससे पहले भी सोलो पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। उन्हें वर्ष 2015 में 30 दिनों के लिए राष्ट्रीय ट्रेनिंग कैंप के दौरान खराब व्यवहार के लिए बैन किया गया था।
यूएस फुटबॉल संघ ने कहा कि सोलो पहले भी इस तरह की हरकत कर चुकी हैं और पिछले उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए हमने यह फैसला किया है कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। (वार्ता)