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मरे और केर्बर बने 2016 के 'किंग एंड क्वीन'

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नई दिल्ली , गुरुवार, 22 दिसंबर 2016 (23:13 IST)
नई दिल्ली। टेनिस जगत के नए बादशाह पुरुषों में ब्रिटेन के एंडी मरे तथा महिलाओं में जर्मनी की एंजेलिक केर्बर ने जहां 2016 में इस लोकप्रिय खेल को नई दिशा देते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया, वहीं उनके सामने अगले वर्ष अपनी इसी लय को जारी रखते हुए ताज बचाने की होगी।
29 वर्षीय मरे ने अपने जोरदार खेल के दम पर पिछले लंबे समय से नंबर वन की कुर्सी कब्जाए सर्बिया के नोवाक जोकोविच को अपदस्थ किया था वहीं केर्बर ने 22 ग्रैंड स्लेम जीत चुकी अमेरिका की सेरेना विलियम्स से नंबर वन का ताज छीना।
 
मरे के लिए यह साल बेहद सफलता भरा रहा जिसमें उन्होंने विंबलडन टेनिस खिताब तथा ओलंपिक स्वर्ण पदक हासिल किया। पिछले कुछ समय से अपने प्रदर्शन में निरंतरता न रखने का खामियाजा सेरेना को भुगतना पड़ा और उन्हें केर्बर ने अपदस्थ किया। केर्बर इस वर्ष तीन ग्रैंडस्लेम फाइनल में पहुंची जिसमें दो में उन्हें जीत हासिल हुई। 
 
सेरेना ने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतकर साल की धमाकेदार शुरुआत की थी और इसके बाद केर्बर को फाइनल में हराकर लगातार सातवीं विंबलडन खिताब जीतकर उन्होंने पूर्व नंबर एक जर्मनी की स्टेफी ग्राफ के 22 ग्रैंड स्लेम खिताबों की बराबरी की थी। 
 
मरे और केर्बर दोनों वर्ष का समापन नंबर वन के साथ कर रहे हैं और अगले वर्ष उनके सामने अपना शीर्ष स्थान बचाए रखना एक बड़ी चुनौती होगा। जोकोविच ने साल की शुरुआत आस्ट्रेलियन ओपन में मरे को ही हराकर की थी। इसके बाद उन्होंने जून में फ्रेंच ओपन में भी मरे को हराकर अपना 12 ग्रैंड स्लेम खिताब जीता था लेकिन वह इसके बाद अपने खेल पर नियंत्रण नहीं रख सके और साल के अंत तक आते आते अपना नंबर वन स्थान गंवा बैठे। पूर्व नंबर एक जोकोविच के लिए यह भी निराशाजनक रहा कि वह रियो ओलंपिक में लचर प्रदर्शन के साथ जल्दी ही बाहर हो गए थे।
 
पूर्व नंबर एक स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर और स्पेन के राफेल नडाल की चोट के बाद जोकोविच के इस वर्ष कैलेंडर ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने की राह में मरे ही सबसे बड़ी चुनौती थे जिससे जोकोविच पार नहीं पा सके। जोकोविच यदि इस वर्ष अपना कैलंडर ग्रैंडस्लेम खिताब पूरा कर लेते तो वह रॉड लेवर (1969) के बाद ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी होते।
 
जोकोविच का यह सपना बड़ी सर्विस करने में मशहूर अमेरिका के सैम क्वेरी ने तोड़ दिया जिन्होंने उन्हें विंबलडन के तीसरे राउंड में परास्त किया था। इस तरह उन्होंने जोकोविच का ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में लगातार 30 जीत का क्रम भी तोड़ दिया।
 
अन्य खिलाड़ियों में मिलोस राओनिक विंबलडन के फाइनल में जगह बनाने के साथ ही ऐसा करने वाले कनाडा के पहले खिलाड़ी बने। हालांकि उन्हें मरे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। मरे ने लगातार दूसरे वर्ष ओलंपिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। स्वर्ण पदक मुकाबले में उन्होंने जुआन डेल पोत्रो को हराया था। 
 
मरे को अगले वर्ष अपने स्थान बचाए रखने के लिए सबसे बड़ा खतरा भले ही जोकोविच से हो लेकिन जापान के कई निशिकोरी ,पूर्व नंबर एक फेडरर, नडाल ,राओनिक तथा निक किर्गियोस भी उनके लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
 
ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाली सेरेना का स्टेफी के 22 ग्रैंड स्लेम खिताब के रिकॉर्ड की बराबरी का इंतजार उस समय और बढ़ गया जब उन्हें स्पेन की गर्बाइन मुगुरजा के हाथों फ्रेंच ओपन में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इस दिग्गज खिलाड़ी ने विंबलडन खिताब अपने नाम कर ग्राफ की बराबरी कर ली।
 
साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन में कैरोलिना प्लिसकोवा के हाथों हार के साथ सेरेना का स्टेफी के रिकार्ड को तोड़ने का सपना पूरा नहीं हो पाया। बाद में 28 वर्षीय केर्बर ने प्लिसकोवा को फाइनल में हराकर यह खिताब अपने नाम किया और सेरेना को अपदस्थ कर नंबर वन की कुर्सी पर विराजमान हो गईं। 
 
खेल से इतर पूर्व नंबर वन रूस की मारिया शारापोवा पर मादक पदार्थ के सेवन के बाद उन पर लगा प्रतिबंध तथा अगले वर्ष अप्रैल तक में उनकी कोर्ट पर पुन: वापसी की संभावना संबंधी चर्चाएं भी जोरों पर रहीं। (वार्ता)


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