मनीला। कोरोना वायरस के डर के बावजूद भारत की मजबूत पुरुष टीम मंगलवार से शुरू हो रही एशिया टीम बैडमिंटन चैंपियनशिप के लिए यहां पहुंच गई। टीम की नजरें पदक जीतने पर टिकी होंगी जिससे ओलंपिक वर्ष में खिलाड़ियों को अहम रैंकिंग अंक मिलेंगे।
भारतीय महिला टीम ने कोरोना वायरस के फैलने के डर के कारण प्रतियोगिता के लिए नहीं जाने का फैसला किया है। इस विषाणु के कारण चीन में अब तक 900 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
चीन के वुहान के 44 साल के एक पर्यटक की एक फरवरी को फिलिपीन में मौत हो गई थी। देश में अब तक इस विषाणु के तीन मामले सामने आ चुके हैं।
भारतीय पुरुष टीम में दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत, 2019 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता बी साई प्रणीत, एचएस प्रणय, शुभंकर शर्मा और लक्ष्य सेन को शामिल किया गया है।
भारतीय पुरुष टीम ने 2016 में इस चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। टीम को शुरुआत में ग्रुप ए में दो बार के गत चैंपियन इंडोनेशिया और मेजबान फिलिपीन्स के साथ रखा गया था लेकिन मेजबान देश के यात्रा प्रतिबंध के कारण चीन और हांगकांग के नहीं खेलने के कारण सोमवार को टीम मैनेजरों की बैठक में दोबारा ड्रॉ हुआ।
भारत को अब मलेशिया और कजाखस्तान के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। सभी चार ग्रुपों से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। भारत अपने अभियान की शुरुआत मंगलवार को कजाखस्तान के खिलाफ करेगा और फिर गुरुवार को मलेशिया से भिड़ेगा। एशिया टीम चैंपियनशिप का आयोजन तीसरी बार किया जा रहा है और यह थामस एवं उबेर कप के एशिया क्वालीफायर भी हैं।
भारतीय टीम के कजाखस्तान के खिलाफ आसानी से जीत दर्ज करने की उम्मीद है लेकिन मलेशिया के खिलाफ मुकाबला रोमांचक होगा। मलेशिया की युवा टीम में दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी ली जी जिया, 2014 युवा ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता चीम जून वेई और विश्व जूनियर चैंपियनशिप के तीन बार के रजत पदक विजेता लियोंग जुन हाओ शामिल हैं।
युगल में मलेशिया के पास ओंग यू सिन और तियो ई यी की दुनिया की 17वें नंबर की जोड़ी है जिन्होंने पिछले महीने थाईलैंड मास्टर्स का खिताब जीता। गोह जी फेई और नूर इजुद्दीन मोहम्मद रुमसानी भी टीम में शामिल हैं। यह जोड़ी 2018 एशिया टीम चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता टीम का हिस्सा रही है।