नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरेंद्र ध्रुव बत्रा के बीच एशियाई खेलों के लिए आयोजित हुए भारतीय खिलाड़ियों के विदाई समारोह में शुक्रवार को गहरा दोस्ताना दिखा।
खेल मंत्रालय और आईओए के बीच पिछले कुछ समय में टकराव का माहौल चल रहा था। खेल मंत्रालय ने खेलो इंडिया के तहत चुने हुए कुछ खिलाड़ियों की जो सूची आईओए को भेजी थी उसे बत्रा ने यह कहते हुऐ ठुकरा दिया था कि जब तक खिलाड़ी फेडरेशन के जरिए नहीं चुने जाएंगे तब तक उनपर विचार नहीं किया जाएगा।
पिछले महीने जब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम एशियाई खेलों की मशाल को रवाना किया गया था तब निजी प्रतिबद्धता के कारण राठौड़ मौजूद नहीं हो पाए थे। पिछले कुछ समय के लिए मंत्रालय और आईओए के बीच माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं था और एशियाड के लिए खिलाड़ियों की संख्या को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका था। लेकिन समारोह में राठौड़ और बत्रा के बीच बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल दिखा और दोनों ने ही एक दूसरे की पूरी तारीफ की।
बत्रा ने विदाई समारोह में कहा, हमारे पास एक ऐसे खेल मंत्री हैं जो हर समय खिलाड़ियों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने भी कहा कि यदि किसी भी खेल फेडरेशन को कोई समस्या है तो वह माननीय खेल मंत्री से संपर्क कर सकता है और उन्हें पूरा यकीन है कि राठौड़ इन समस्याओं का तुरंत समाधान करें।
हमने 572 खिलाड़ियों की सूची मंत्रालय को भेजी है और मुझे यकीन है कि मंत्री महोदय जल्द ही इस सूची को मंजूरी दे देंगे। राठौड़ ने भी कहा, हमें खुशी है कि आईओए ने इस समारोह में खेल मंत्रालय को विदाई समारोह के बैनर पर प्रमुखता दी है।
मैं यह कहना चाहता हूं कि हम हमेशा से मूक समर्थक हैं और हमेशा खिलाड़ियों के साथ खड़े रहने के लिए तैयार रहते हैं। हम सिर्फ एक चीज चाहते हैं कि खेल और खिलाड़ियो को पूरा समर्थन मिल सके।
खेल मंत्री ने खिलाड़ियों से कहा, एशियाई खेलों में पूरी दुनिया आपको देखेगी और खेल गांव में आपका परिचय आपके नाम से नहीं बल्कि भारत के नाम से होगा। इस मान को हमेशा बनाये रखें। मुझे यकीन है कि एशियाई खेलों में आप शानदार प्रदर्शन करेंगे लेकिन इसके लिए आपको खुद पर और अपने कोचों पर भरोसा रखना होगा। आपने जितनी तैयारियां की हैं उसका निश्चित रूप से अच्छा नतीजा आयेगा।
ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज राठौड़ ने खेलों इंडिया का जिक्र करते हुए कहा, हम सबको मिलकर इस कार्यक्रम से अच्छे खिलाड़ी चुनने होंगे और उन्हें तैयार करना होगा। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि एलीट खिलाड़ियों को फाइलों में न उलझना पड़े।
खिलाड़ियों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं होगी और आपको सिर्फ अपनी योजना पर ध्यान देना होगा। हम सबको मिलकर सामूहिक जिम्मेदारी के साथ भारत की टीम तैयार करनी होगी।