सिडनी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने भारत के खिलाफ हाल में समाप्त हुई 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में अपनी टीम के प्रदर्शन पर संतोष तो जताया है लेकिन साथ ही कहा है कि खिलाड़ियों को जीत की पटरी पर लौटने के लिए अपने प्रदर्शन में और निरंतरता लानी होगी।
ऑस्ट्रेलिया ने पहला मैच जीतकर सीरीज में शानदार शुरुआत की थी लेकिन बाद में 2 मैचों में पराजय से वह 1-2 से सीरीज गंवा बैठी। ऑस्ट्रेलियाई टीम को पिछले वर्ष श्रीलंकाई धरती पर मेजबान टीम ने 3-0 से हराया था। ऑस्ट्रेलिया को अपनी धरती पर दक्षिण अफ्रीका के हाथों भी 2 टेस्टों में हार झेलनी पड़ी थी, हालांकि भारत दौरे पर आने से पहले उसने अपनी धरती पर पाकिस्तान को 3-0 से हराया था।
सीए के चेयरमैन डेविड पीवर ने एक बयान में कहा कि टीम स्वदेश लौट रही है और टीम के खिलाड़ी यहां यही देखेंगे कि प्रशंसकों को उनके खेल पर गर्व है। उन्होंने भारत के खिलाफ कड़ी चुनौती पेश की है। नंबर 1 भारतीय टीम को उसी की धरती पर बैकफुट पर लाना कम बड़ी बात नहीं है और सभी खिलाड़ी प्रशंसा के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी आई है। अनुभवी खिलाड़ियों के अलावा युवा खिलाड़ियों में भी अपार प्रतिभा है और उन्हें उपमहाद्वीपीय परिस्थियों से भी तालमेल बिठाना जल्द ही सीखना होगा।
सीरीज गंवाने के बाद जहां भारत की नंबर 1 पोजीशन पर स्थिति मजबूत हुई है वहीं ऑस्ट्रेलिया भारत और दक्षिण अफ्रीका के बाद रैंकिंग में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। डेविड ने कहा कि हम सभी प्रारूपों में नंबर 1 बनना चाहते हैं। टीम का प्रदर्शन टुकड़ों-टुकड़ों में अच्छा है लेकिन शीर्ष पर बने रहने के लिए खिलाड़ियों को गलतियों से सीखना होगा। खिलाड़ी सीख भी रहे हैं और हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही जीत की पटरी पर लौट आएंगे।
उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में पहला टेस्ट मैच जीतकर भारतीय टीम का 19 मैचों से अपराजेय रहने का क्रम तोड़ा था और 2004 के बाद भारतीय धरती पर उसकी पहली टेस्ट जीत थी। डेविड ने कप्तान स्टीवन स्मिथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्मिथ का नेतृत्व हमेशा की तरह शानदार रहा।
उन्होंने सीरीज में लाजवाब बल्लेबाजी करते हुए 3 शतक जड़े तथा 499 रनों के साथ सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। सीरीज में डीआरएस को लेकर कुछ विवाद जरूर सामने आए लेकिन बाद में उन्हें निपटा लिया गया। उन्होंने कहा कि मैं यही कह सकता हूं कि भारत के खिलाफ सीरीज काफी चुनौतीपूर्ण रही और युवा खिलाड़ियों को यहां बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। दोनों टीमों की तरफ से प्रतिस्पर्धी खेल देखने को मिला। (वार्ता)