नई दिल्ली। पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली देश की पहली भारतीय महिला एथलीट दीपा मलिक को हरियाणा सरकार ने चार करोड़ रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है।
ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में दीपा ने शॉट पुट एफ 53 स्पर्धा में 4.61 मीटर थ्रो के साथ रजत पदक जीता है। वे पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वालीं देश की पहली महिला एथलीट हैं। इससे पहले रियो ओलंपिक खेलों में भी देश को पहला पदक दिलाने वाली खिलाड़ी पहलवान साक्षी मलिक भी हरियाणा से थीं, जिन्होंने कुश्ती में कांस्य पदक जीता था।
45 वर्षीय दीपा हरियाणा के सोनीपत जिले की रहने वाली हैं। उनकी इस उपलब्धि पर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहल लाल ने खुशी जताते हुए कहा, मैं दीपा को रियो में रजत पदक जीत का इतिहास रचने पर बधाई देता हूं। हरियाणा की बेटी ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। इससे पहले ओलंपिक में साक्षी ने देश को रियो में पहला पदक दिलाया था और अब दीपा भी पैरालंपिक में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला बन गई हैं। हमारी बेटियां देश को गौरवान्वित कर रही हैं।
रियो में चल रहे पैरालिंपिक खेलों में अभी तक एथलीटों ने रियो में गए भारी-भरकम 119 सदस्यीय दल से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है और एक स्वर्ण सहित तीन पदक जीते हैं। दीपा ने शॉट पुट में रजत, थांगावेलु मरियप्पन ने ऊंची कूद में स्वर्ण और वरुण भाटी ने ऊंची कूद में कांस्य पदक जीता है।
वर्ष 1999 में रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर होने के बाद से ही दीपा व्हीलचेयर पर आ गईं। हरियाणा सरकार की नई खेल नीति के बाद उन्हें पैरालंपिक खेलों में रजत पदक जीतने के लिए चार करोड़ रुपए की इनामी राशि दी जाएगी। (वार्ता)