बेंगलुरु। भारतीय हॉकी टीम के युवा ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह सीनियर टीम में अपनी जिम्मेदारियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उन्होंने कहा कि वे मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए तैयार हैं।
हरमनप्रीत और मिडफील्डर हरजीत ने पिछले साल ओल्टमैंस की देखरेख में काफी समय बिताया था, जब सीनियर पुरुष टीम रियो ओलंपिक की तैयारियों में लगी थी। ये दोनों खिलाड़ी पिछले साल लंदन में एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी में खेले थे, जहां टीम ने ऐतिहासिक रजत पदक जीता था। हरमनप्रीत को ओलंपिक में भी देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था।
हरमनप्रीत और हरजीत जूनियर टीम के उनके 9 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें 33 सदस्यीय संभावित खिलाड़ियों में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय शिविर में पेनल्टी कॉर्नर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रत्येक सत्र में हरमनप्रीत, रूपिंदर पाल सिंह, जसजीत सिंह खुल्लर और दिपसान टिर्की 1 घंटा पहले पहुंचकर पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने का अभ्यास करते हैं।
हरमनप्रीत ने कहा कि रियो ओलंपिक से पहले शिविर में भी हमने ऐसा किया था। मैंने रघुनाथ और रूपिंदर जैसे विशेषज्ञों के साथ काफी काम किया है। इस शिविर में भी ड्रैग फ्लिकर 1 घंटे पहले पहुंचकर अलग-अलग वैरीएशन को आजमाते हैं। रघुनाथ को शिविर के लिए नहीं चुना गया है और ऐसे में हरमनप्रीत की जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं।
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि पहले की तुलना में अब मेरी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। मैं अपने खेल में सुधार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। (भाषा)