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यूरो कप फुटबॉल : इटली के भ्रम को तोड़ने उतरेगा जर्मनी

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हमें फॉलो करें यूरो कप फुटबॉल : इटली के भ्रम को तोड़ने उतरेगा जर्मनी
, शुक्रवार, 1 जुलाई 2016 (20:34 IST)
बोरडियोक्स (फ्रांस)। खिताब की दावेदार मानी जा रही विश्व चैंपियन जर्मनी की टीम यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में शनिवार को चिर प्रतिद्वंद्वी और हमेशा भारी पड़ी इटली से भिड़ेगी जहां उसे इस खेल की असल चुनौती का सामना कर श्रेष्ठता साबित करने का भी दबाव होगा।          
इटली और जर्मनी की टीमें बराबरी की हैं और इसलिए मुकाबला भी बराबरी का ही होने की उम्मीद है। हालांकि विश्व चैंपियन जर्मनी का इटली के खिलाफ पिछला रिकार्ड काफी खराब रहा है और उसने हर टूर्नामेंट के नाकआउट में इटली से शिकस्त झेली है जिसमें एक विश्वकप फाइनल, दो सेमीफाइनल तथा यूरो कप 2012 के अंतिम चार का मुकाबला शामिल है।  
         
हालांकि जर्मन टीम को उम्मीद है कि इस बार वह इटली के भ्रम को तोड़ पाएंगे। जर्मन टीम ने मौजूदा टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया है और 2014 की विश्व चैंपियन टीम ने एक भी गोल नहीं खाया है। ग्रुप सी में जर्मनी की टीम तीन मैचों में दो जीत और एक ड्रा के साथ शीर्ष पर रही थी। इसके बाद अंतिम 16 में जर्मनी ने स्लोवाकिया को 3-0 से एकतरफा अंदाज में हराया। इस मैच में जर्मनी के स्टार खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया था और इससे उसके हौंसले और बुलंद हुए  हैं।
           
शुरुआत में बेंच पर रहे फारवर्ड मारियो गोमेज ने आखिरी दो मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और एक बार फिर से इटली के खिलाफ उनपर काफी जिम्मेदारी रहेगी। टीम मैनेजर ओलिवर बियरहॉफ ने कहा 'हम जानते हैं कि हमसे काफी उम्मीदें है। यह नया गेम है। हो सकता है कि इटली की टीम 2012 की तुलना में इस बार अधिक मजबूत हो, हमें सतर्क रहना होगा।'
 
जर्मन टीम का मानना है कि पिछला जो भी रिकॉर्ड रहा हो उससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि यह एक नया मैच होगा और दोनों टीमों को नए  सिरे से शुरुआत करनी होगी। कोच जोआकिम लो के पास इटली के खिलाफ अहम मुकाबले के लिए  पूरी टीम में से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनने का मौका रहेगा। जोनास हेक्टर बुखार से उबर चुके हैं तो कप्तान बास्टियन स्वेनस्टिगर की चोट भी पूरी तरह ठीक हो चुकी है।
         
बियरहॉफ ने कहा 'मुझे लगता है कि बास्टियन अब ठीक हैं। वह टीम चयन के लिए उपलब्ध हैं और कोच उन पर 100 फीसदी भरोसा कर सकते हैं।' वहीं दूसरी ओर एंटोनियो कोंटे की इटली में बड़े नाम नहीं हैं लेकिन मौजूदा टीम पूरी फार्म में है जो क्वालिफाइंग में अपराजेय रही थी। इटली अपने ग्रुप ई में शीर्ष पर रही थी और उसने तीनों मैचों तथा अंतिम 16 में स्पेन के खिलाफ मैच सहित चार मैचों में केवल एक ही गोल खाया है।
           
जर्मनी के खिलाफ मैच में इटली अपनी तिकड़ी जार्जियो चिलिनी, जुवेंटस में उनके टीम साथी आंद्रिया बारजागिल और लियोनार्डो बोनुसी पर एक बार फिर निर्भर होगी जिन्होंने अब तक टूर्नामेंट में कमाल का खेल दिखाया है। डिफेंडर मातिया डी सिगिलियो ने कहा 'हमारे पास जुवेंटस की तिकड़ी है और ये तीनों हमें पिछले पांच वर्षों से जीत दिला रहे हैं।' 
 
हालांकि मैच में मिडफील्डर डेनिएले डी रोसी के खेलने पर संदेह बना हुआ है जिन्हें स्पेन के खिलाफ मैच में जांघ पर चोट लग गई थी। इटली ने यह मैच स्पेन से 2-0 से जीता था। वहीं थियागो मोटा निलंबन के कारण नहीं खेल सकेंगे। वैसे इतालवी टीम को अपने कुछ खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से घबराहट नहीं है। मातिया ने कहा 'कोंटे का बस चले तो वह हमारे साथ पिच पर आकर खेलें। उन्होंने हमें लड़ना सिखाया है। हमारे पास सुपरस्टार नहीं हैं लेकिन हम हर गेंद के लिए  लड़ेंगे और यही हमारी ताकत है।' (वार्ता)  

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