साओ पाउलो। महाभारत में जिस तरह संजय ने धृतराष्ट्र को युद्ध का आंखों देखा हाल सुनाया था, उसी तरह फुटबॉल के दीवाने अपने नेत्रहीन और आटिस्टिक बच्चे को स्थानीय टीम के मैचों का सजीव वर्णन सुनाया।
सिल्विया ग्रेको और उनका 12 बरस का बेटा निकोलस साओ पाउलो की टीम पालमेइरास के बीच काफी मशहूर हो गए हैं। पिछले साल मां को टीवी पर दिखाया गया था जो दर्शक दीर्घा से एक मैच का आंखों देखा हाल अपने बेटे को सुना रही थीं।
ग्रेको ने कहा, मैंने विस्तार से सुनाया। इस खिलाड़ी ने आधी बाजू की कमीज पहनी है। उसके जूतों का क्या रंग है। उसने बाल किस रंग में रंगे हैं।
निकोलस अपने दोस्तों के साथ बैठा खुशी से उछल रहा था। ग्रेको ने कहा, मेरे वर्णन में जज्बात मिले थे। मैं कोई पेशेवर नहीं हूं। मैंने जो महसूस हुआ, उसे बताया।
इससे पहले रूस में 2018 विश्व कप के दौरान पोलैंड के खिलाफ मैच में कोलंबिया के एक प्रशंसक का वीडियो वाइरल हुआ था, जो अपने बधिर दोस्त को हाथ के इशारे से समझा रहा था।