कोलकाता। खिताब की प्रबल दावेदार इंग्लैंड टीम अपने शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए मंगलवार को फीफा अंडर-17 विश्व कप प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान को हराकर नॉकआउट दौर की पहली बाधा पार करने के इरादे से उतरेगी।
3 मैचों में 11 गोल करके इंग्लैंड फ्रांस के बाद दूसरे स्थान पर है। अब उसकी नजरें तीसरी बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने पर हैं लेकिन 2011 के बाद से वह अंतिम 8 में नहीं पहुंच सका है। इंग्लैंड ने कोरिया में अंडर-20 विश्व कप जीता था और पोलैंड में यूरो अंडर-21 के अंतिम 4 में जगह बनाई। यह टीम यूएफा यूरोपीय अंडर-17 चैंपियनशिप के फाइनल में स्पेन से हार गई थी।
चिली में 2015 अंडर-17 विश्व कप में इंग्लैंड एक भी मैच नहीं जीत सका था और 3 मैचों में सिर्फ 1 गोल किया। इस बार स्टीव कूपर की कोचिंग वाली टीम अपने प्रदर्शन से खिताब की प्रबल दावेदार बन गई है।
पहले 2 मैच जीतकर नॉकआउट में जगह बनाने वाली टीम ने आखिरी ग्रुप मैच में इराक को 4-0 से मात दी। दूसरी ओर जापान ने पहले मैच में होंडुरास को 6-1 से हराया लेकिन पिछले 2 मैचों में जीत दर्ज नहीं कर सका। उसे फ्रांस ने 2-1 से हराया जबकि न्यू केलेडोनिया से उसने 1-1 से ड्रॉ खेला।
पिछली बार जापान इस टूर्नामेंट में नहीं खेल सका था। वह तीसरी बार और 2011 के बाद पहली बार टूर्नामेंट में जगह बनाना चाहेगा। जापान कभी टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सका है। (भाषा)