फगवाड़ा। छह साल पहले जब 2010 के राष्ट्रमंडलीय खेलों में गीता फोगाट ने भारत को महिला कुश्ती का स्वर्ण पदक दिलवाया था, तब केवल एक दिन उनकी फोटो और खबर अखबार के पन्नों पर सिमटकर रह गई थी, लेकिन आमिर खान ने उनकी जिंदगी पर जब फिल्म 'दंगल' बनाई तो गीता फोगाट का नाम घर-घर तक पहुंच गया। यही नहीं, स्वर्ण पदक जीतने पर गीता का नाम तो चर्चित हुआ लेकिन उनके कोच प्यारा राम सोंधी के नाम का कहीं जिक्र नहीं हुआ, लेकिन आज 'दंगल' में उनके नकारात्मक किरदार के कारण वे सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहे हैं.. बड़ी अजीब दुनिया है यह, इंसान को जब ख्याति मिलने का वक्त आता है, तब उसे वो नहीं मिलती लेकिन जहां कोई नकारात्मक पहलू सामने आता है, वह इंसान रातोरात विलेन होने के बाद भी 'हीरो' बन जाता है। ऐसा ही मामला प्यारा राम सोंधी का है...
गीता फोगाट के कोच प्यारा राम सोंधी
प्यारा राम सोंधी अकेले गीता फोगाट और उनकी बहनों के कोच नहीं रहे बल्कि उन्होंने भारतीय कुश्ती के कोच का दायित्व भी बखूबी निभाया। उन्होंने भारत सरकार और भारतीय कुश्ती फेडरेशन दोनों के लिए अपनी सेवाएं दीं। 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की महिला टीम ने जब भारत को पदक दिलाया था, तब वे टीम के कोच थे। भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के अनुसार, प्यारा राम सोंधी बीजिंग ओलंपिक में भी गए थे, जहां भारतीय कुश्ती टीम ने कांस्य पदक जीता था।
गीता फोगाट अपने पति अंतरराष्ट्रीय पहलवान पवन के साथ
दुनिया का उसूल रहा है कि वह हमेशा चढ़ते हुए सूरत को प्रणाम करती है... यही हाल गीता फोगाट और प्यारा राम का भी रहा। पिछले छह सालों से गीता और उनकी बहन के कोच प्यारा राम सोंधी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के जेहन से गायब रहे जबकि गीता अपनी मेहनत के बूते पर सुर्खियों में रहीं। रियो ओलंपिक में विरोधी पहलवान ने उन पर ऐसा दांव मारा कि उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और उन्हें स्ट्रेचर पर रिंग से बाहर लाया गया। 20 नवंबर को गीता का विवाह साथी अंतरराष्ट्रीय पहलवान पवन से हो गया। वे शादी के एक दिन पहले तक कुश्ती का अभ्यास करती रहीं और हनीमून पर जाने के बजाय तीन दिन बाद ही कुश्ती के अखाड़े में लौट आईं।
रोमांटिक मूड में गीता फोगाट अपने पति पवन के साथ
दूसरी तरफ प्यारा राम सोंधी गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गए। जब आमिर खान फिल्म 'दंगल' बनाने के लिए शूटिंग करने लुधियाना आए, तब उनकी मुलाकात हुई। वहां पर निर्देशक नितेश तिवारी भी थे। सोंधी के अनुसार, फिल्म की कहानी के लिए मुझे फकत यह बताया गया कि फिल्म महावीर फोगाट और उनकी रेसलर बेटियों गीता और बबीता की कहानी पर बन रही है। मुझे नहीं मालूम था कि फिल्म में मेरा (कोच) का किरदार नकारात्मक होगा। असल में फिल्म को रोचक बनाने के लिए इस तरह की मनगढ़ंत कहानी बनाई गई है, जिसका वास्तविकता से कोई सरोकार नहीं है।
प्यारा राम सोंधी ने एक सनसनीखेज रहस्योद्घाटन यह भी किया कि फिल्म में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक के लिए गीता फोगाट का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया की एंजेलिना से दिखाया गया है और कोच के रूप में प्रमोद कदम को दिखाया गया है, जबकि असल में टीम का कोच मैं खुद था। क्लाइमेक्स में गीता बड़ी मुश्किल से मुकाबला जीतती हैं, जबकि उन्होंने यह मुकाबला 8-0 से एकतरफा जीता था। दंगल फिल्म भले ही 2016 की सबसे हिट फिल्म साबित हो जाए, लेकिन गीता फोगाट के कोच प्यारा राम इस फिल्म को लेकर ताउम्र खफा रहेंगे।