मास्को। वर्ष 2018 में रूस में होने वाले फुटबॉल विश्व कप की रणभेरी बज चुकी है और विजेता ट्रॉफी के लिए 32 सेनाएं तैयार हो चुकी हैं। इन 32 सेनाओं (टीमों) की किस्मत का फैसला शुक्रवार को यहां क्रेमलिन पैलेस में निकाले जाने वाले ड्रॉ से होगा कि कौन सी टीमें किस ग्रुप में जाएंगी। विश्व कप के क्वालीफाइंग राउंड समाप्त हो चुके हैं और 32 टीमें मुख्य ड्रॉ में पहुंच चुकी हैं।
इटली जैसी दिग्गज टीम मुख्य ड्रॉ में जगह नहीं बना पाई है जबकि कुछ छुपी रुस्तम टीमों ने 32 टीमों में स्थान बनाया है। वर्ष 1958 के बाद से यह पहला मौका होगा, जब इटली की टीम विश्व कप नहीं खेलेगी।
विश्व कप ड्रॉ में लॉरेंट ब्लैंक, गॉर्डन बैंक्स, काफू, फैबियो कैनवारो, डिएगो फोरलान, डिएगो माराडोना और कार्ल्स पुयोल जैसी फुटबॉल जगत की बड़ी हस्तियां मौजूद रहेंगी और ड्रॉ कंडक्टर गैरी लिनेकर को मदद करेंगी। इनके साथ ट्रॉफी लेकर चलने वाले मिरोस्लाव क्लोज़ रहेंगे।
32 टीमों को चार पॉट में बांटा जाएगा। मेजबान रूस और सात शीर्ष रैंकिंग की टीमें पॉट एक में रहेंगी जबकि सबसे निचली रैंकिंग की टीमें पॉट चार में रहेंगी। हर ग्रुप में हर पॉट से एक टीम रहेगी लेकिन एक ही फुटबॉल परिसंघ से टीमों की संख्या पर नियंत्रण रहेगा। किसी एक ग्रुप में यूरोप की दो से ज्यादा टीमें नहीं रहेंगी।
चार पॉट में टीमें इस प्रकार रहेंगी -
पॉट एक - रूस, जर्मनी, ब्राज़ील, पुर्तगाल, अर्जेंटीना, बेल्जियम, पोलैंड, फ्रांस
पॉट दो - स्पेन, पेरू, स्विट्ज़रलैंड, इंग्लैंड, कोलंबिया , मेक्सिको, उरुग्वे, क्रोएशिया
पॉट तीन - डेनमार्क, आइसलैंड, कोस्टा रिका, स्वीडन, ट्यूनीशिया, मिस्र, सेनेगल, ईरान
पॉट चार - सर्बिया, नाइजीरिया, ऑस्ट्रेलिया, जापान, मोरक्को, पनामा, कोरिया रिपब्लिक, सऊदी अरब