लंदन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारतीय सेना पर हो रहे हमलों के विरोध और शहीदों की याद में काली पट्टी पहनकर मैच खेला। भारतीय टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए इस मैच में पाकिस्तानी टीम को 7-1 के बड़े अंतर से धो दिया। ली वैली हॉकी और टेनिस स्टेडियम में हुए इस मैच में जब भारतीय खिलाड़ी मैदान पर उतरे तो उनकी बांहों पर काली पट्टी बंधी हुई थी जबकि टीम के सपोर्ट स्टाफ ने भी यह काली पट्टी पहनी थी।
पूल बी की भारतीय टीम ने इससे पहले स्कॉटलैंड को 4-1 से और कनाडा को 3-0 से हराया और पाकिस्तान के खिलाफ एकतरफा जीत से अपनी हैट्रिक भी पूरी कर ली। चिर प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ मैच में भारतीय कप्तान और मिडफील्डर मनप्रीत सिंह की अगुवाई में टीम और सपोर्ट स्टाफ ने बाहों पर काली पट्टी पहन कर हाल में भारतीय सेना पर हुये हमलों का विरोध जताया और साथ ही मारे गये शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
हॉकी टीम हमेशा ही भारतीय सैनिकों के समर्थन में खड़ी रही है और सेना पर आतंकवादी हमलों का उसने विरोध जताया है। इससे पहले वर्ष 2016 एशियन चैंपियंस ट्राफी की जीत को भी पी आर श्रीजेश ने सेना को ही समर्पित किया था। भारत ने यह खिताब पाकिस्तान को फाइनल में हराकर जीता था।
हॉकी इंडिया के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा कि भारतीय टीम ने हमेशा ही सेना में भरोसा जताया है। टीम ने सेना को अपनी जीत समर्पित की है और पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में टीम को यह अनुभव हुआ कि उन्हें जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना पर हुए हमलों का विरोध जताना चाहिए जिसमें हमारे कई सैनिक मारे गए। यह हमारी टीम का एकमत निर्णय था। हम उम्मीद करते हैं कि जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित हो।
पाकिस्तान को एकतरफा अंदाज में हराने के बाद कप्तान मनप्रीत ने कहा कि हम इस मैच को जीतकर दिखाना चाहते थे कि न सिर्फ हमें अपने देश पर गर्व है बल्कि पूरी दुनिया को कहना चाहते थे कि हम हमेशा इसके खिलाफ खड़े रहेंगे। (वार्ता)