अहमदाबाद: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि संघ 2036 समर खेलों की मेजबानी को लेकर भारत संभावित बोली लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के साथ बातचीत कर रहा है और इसके उद्घाटन समारोह के लिए अहमदाबाद का मोटेरा स्टेडियम सर्वश्रेष्ठ स्थल होगा। दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के तौर पर इसके पुनर्निर्माण के बाद फरवरी 2021 में गुजरात क्रिकेट संघ ने मोटेरा सुविधा का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया था।
बत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुझसे अगर कोई मौजूदा समय में उद्घाटन समारोह के आयोजन स्थल के बारे में पूछे तो वह निश्चित रूप से मोटेरा स्टेडियम होगा। आईओए प्रमुख ने कहा कि ओलंपिक (भारत में) के उद्घाटन समारोह की मेजबानी के लिए भारत में अभी इससे बेहतर कोई और स्टेडियम नहीं है। मैं यह नहीं कह सकता कि 2036 तक क्या होगा। मैं अहमदाबाद को उद्घाटन समारोह के स्थल के रूप में प्रस्तावित करूंगा।
3 से 4 शहरों में की जा सकती है ओलंपिक मेजबानी
वह शहर की खेल आधारभूत संरचना विकसित करने वाली संस्थान ट्रांसस्टेडिया आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब आप उद्घाटन समारोह कहते हैं, तो इसका मतलब है कि एथलेटिक्स स्पर्धा को भी उसी स्थान पर खेला जाएगा और एथलेटिक्स (ओलंपिक में) सबसे बड़ी प्रतियोगिता है। बत्रा ने कहा कि ओलंपिक खेलों की मेजबानी भारत के तीन या चार शहरों में की जा सकती है और आईओए 2036 के लिए भारत की संभावित बोली के बारे में आईओसी के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को मौका मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ गई हैं।
आने वाले 2 3 सालों में दिया जाएगा अंतिम रूप
उन्होंने कहा कि अगर हम 2036 के ओलंपिक की बात करें तो हां, हम पहले से ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से बात कर रहे हैं। आईओए के अध्यक्ष होने के नाते, आईओसी के साथ मेरी चर्चा इस विषय पर होती है। 2036 ओलंपिक को 2-3 वर्षों में अंतिम रूप दिया जाएगा और हम इसकी मेजबानी बोली को लेकर आईओसी के साथ चर्चा कर रहे हैं।
हाल ही में अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (एयूडीए) ने सलाहकारों से इस बात का विश्लेषण करने के प्रस्तावों को आमंत्रित किया है जिसमें यह आकलन किया जा सके कि शहर में बुनियादी ढांचा ओलंपिक की मेजबानी के लिए पर्याप्त है या नहीं। बत्रा ने कहा कि दिसंबर में आईओए चुनाव के बाद नए अध्यक्ष के पदभार संभालने के बाद भारत की बोली के लिए एक उचित प्रस्तुति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत 2036 खेलों के लिए छह या सात संभावित दावेदारों में से एक है।
टोक्यो ओलंपिक में किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारत टोक्यो ओलंपिक से भविष्य की उम्मीद मिली है कि वह आगे चलकर और अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। भारत ने इन खेलों में 127 सदस्यों का अपना अब तक का सबसे बड़ा दल उतारा था, लेकिन इस दल ने 1 स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य सहित कुल 7 पदक जीतकर ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। भारत ने इस प्रदर्शन से 2012 के लंदन ओलंपिक में दो रजत और चार कांस्य सहित 6 पदक जीतने के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया।
इस ओलंपिक में जिस खेल ने भारतीय फैंस को सबसे ज्यादा खुशियां दी वह रहा हॉकी। भारतीय पुरुष टीम ने 41 साल और 9 ओलंपिक का सूखा खत्म कर ब्रॉन्ज मेडल मैच में जर्मनी को 5-4 से हराया। इस जीत पर पूरा देश खुशी से झूम उठा। कप्तान मनप्रीत से लेकर गोलकीपर श्रीजेश की मेहनत से भारत हॉकी में मेडल जीत पाया।
1 दिन में दो मेडल जीतकर भारत ने इतिहास रचा। पहले बजरंग पुनिया ने कजाकिस्तान के पहलवान को हराया और इसके बाद जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने भारत को पहली बार 87.58 मीटर तक जैवलिन फेंक कर एथलेटिक्स में भारत का खाता खोला।