भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रास कोर्ट पर होने वाले डेविस कप मुकाबले के लिए रामकुमार रामनाथन की अगुवाई में रविवार को पांच सदस्यीय टीम घोषित की जो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारतीय टीम 60 वर्षों में पहली बार पाकिस्तानी धरती पर खेलने की तैयारी कर रही है।
अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) ने हालांकि सुरक्षा कारणों से पड़ोसी देश की यात्रा नहीं करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) पंचाट में अपील दायर की है, जिसका फैसला अभी आना है।
भारत ने इससे पहले आखिरी बार 1964 में पाकिस्तान का दौरा किया था और तब उसने 4-0 से जीत दर्ज की थी। भारत अभी तक पाकिस्तान से कभी नहीं हारा है। उसने पाकिस्तान के खिलाफ सभी आठ मुकाबले जीते हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला 2019 में तटस्थ स्थल पर खेला गया था। भारत ने इस मुकाबले में भी 4-0 से जीत हासिल की थी। यह मुकाबला भी पाकिस्तान में खेला जाना था लेकिन भारत के आग्रह पर इसे कजाकिस्तान में आयोजित किया गया था।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन और चार फरवरी को इस्लामाबाद में होने वाले मुकाबले के लिए जिस टीम का चयन किया है उसमें रामनाथन के अलावा एन श्रीराम बालाजी, युकी भांबरी, निकी कालियांदा पूनाचा और साकेत माइनेनी शामिल हैं। दिग्विजय प्रताप सिंह रिजर्व खिलाड़ी हैं।
रामकुमार का सर्व और वॉली का खेल ग्रास कोर्ट के अनुकूल है। भारतीय टीम में उनके अलावा पूनाचा ही एकल खिलाड़ी हैं जबकि अन्य खिलाड़ी एटीपी टूर में केवल युगल में खेलते हैं। कप्तान रोहित राजपाल अगर भांबरी को एकल में खेलने के लिए कहते हैं तो यह हैरानी भरा फैसला नहीं होगा। यहां तक की बालाजी को भी एकल में खेलने के लिए कहा जा सकता है।
भारत के चोटी के खिलाड़ी सुमित नागल और शशि कुमार मुकुंद इस मुकाबले से हट गए थे जिसमें टीम जीत दर्ज करके 2024 के सत्र में विश्व ग्रुप एक में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहेगी।भारत ने इस मुकाबले को तटस्थ स्थान पर करवाने के लिए आईटीएफ से आग्रह किया था लेकिन आईटीएफ की डेविस कप समिति ने इसे नामंजूर कर दिया था।
एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई से कहा,हमने डेविस कप समिति के फैसले के खिलाफ अपील की है और इस मामले में आईटीएफ पंचाट 19 दिसंबर तक फैसला कर लेगा। अगर पंचाट अपील को नामंजूर कर देता है तो फिर हम पाकिस्तान का दौरा करेंगे।
धूपर से पूछा गया कि क्या सरकार पाकिस्तान का दौरा करने के लिए अनुमति देगी, उन्होंने कहा, यह टेनिस का विश्व कप है और सरकार संभवत: यात्रा करने की अनुमति दे देगी। पाकिस्तान टेनिस महासंघ पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि अगर आईटीएफ इस मुकाबले को तटस्थ स्थान पर आयोजित करता है तो वह इसमें अपनी टीम नहीं उतारेगा।(भाषा)