नई दिल्ली: जापान के टोक्यो में तीन जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजित ओलंपिक खेलों में भारतीय एथलीट्स बिना ब्रांड के कपड़े पहनेंगे। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कोरोना महामारी के इस समय में देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया है। टोक्यो ओलम्पिक 23 जुलाई से आठ अगस्त तक होने हैं।
आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र ध्रुव बत्रा और महासचिव राजीव मेहता ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में कहा, “ हम अपने प्रशंसकों की भावनाओं से परिचित हैं, इसलिए हम खिलाड़ियों की किट बनाने वाली चीनी कंपनी के साथ किए गए मौजूदा करार से पीछे हट रहे हैं। आगामी टोक्यो ओलंपिक 2020 में हमारे खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ बिना ब्रांड के कपड़े पहनेंगे।
इसके लिए हम खेल मंत्रालय का शुक्रिया अदा करते हैं, जिसने यह फैसला लेने में हमारी मदद की। हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी अपने कपड़ों के ब्रांड को लेकर पूछे जाने वाले सवालों के बिना ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हों। वैसे ही पिछले डेढ़ साल से वे कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में हम नहीं चाहते कि उनका ध्यान भटके।”
आईओए के दोनों उच्चाधिकारियों ने कहा, “ हम देश के एलीट एथलीट्स और उनके कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ के समर्पित प्रयासों से अवगत हैं और उनके द्वारा ओलंपिक खेलों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। ”उल्लेखनीय है कि टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय खिलाड़ियों की पोशाक प्रायोजक चीनी कंपनी ली-निंग थी।
इसको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया था। इसके मद्देनजर जन भावनाओं का ख्याल रखते हुए आईओए ने चीनी कंपनी से करार खत्म करने का फैसला किया है। इस बीच पिछले गुरुवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने आवास पर आयोजित समारोह में टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय टीम की आधिकारिक किट का अनावरण किया था।(वार्ता)