चेन्नई: पूर्व राष्ट्रीय रैपिड शतरंज चैम्पियन अन्वेश उपाध्याय उन कई भारतीयों में शामिल हैं जो यू्क्रेन में फंसे हैं जहां रूस ने हमला कर दिया है और वह स्वदेश लौटने के लिये बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
अन्वेश अपने अपार्टमेंट में अकेले हैं और भयभीत भी हैं। कीव के एक अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (पेट और आंत के विकार से संबंधित) में प्रशिक्षण कर रहे 30 साल के अन्वेश ने मार्च में भारत लौटने की योजना बनायी थी लेकिन रूस ने गुरूवार को ही सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी जिससे उड़ान निलंबित हो गयी हैं और उन्हें नहीं पता कि आगे क्या होगा।
वर्ष 2017 के राष्ट्रीय रैपिड शतरंज चैम्पियन ने कीव से पीटीआई से कहा, इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी। यह पूरी तरह से सैन्य हमला है। इसकी उम्मीद नहीं की थी।
भारत के विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रींगला ने गुरूवार को यूक्रेन में सभी भारतीयों को आश्वस्त किया कि सरकार उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिये सभी कदम उठायेगी।अन्वेश ने कहा कि यूक्रेन में करीब 20,000 भारतीय हैं और इसमें से करीब 4,000 पिछले कुछ दिनों में वापस लौट चुके हैं।
उन्होंने भुवनेश्वर में बसे अपने परिवार के बारे में बात करते हुए कहा, भारत में मेरे माता पिता काफी चिंतित हैं, इसलिये मैंने मार्च के पहले हफ्ते में जाने की योजना बनायी थी।
उन्होंने कहा, वे मुझे लगातार बुला रहे थे और मेरे स्कूल के कुछ शिक्षक भी। मैं यहां अपने अपार्टमेंट में अकेला हू। नहीं जानता कि क्या होगा। यह हमला अचानक हो गया। इसलिये कुछ नहीं कर सका।
अन्वेश ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले यूक्रेन से रवाना होने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें उड़ान के टिकट नहीं मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि तनाव बढ़ने के बाद उन्होंने अपने कार्यालय के शीर्ष अधिकारियों से स्वदेश लौटने की अनुमति ले ली थी।
उन्होंने कहा कि अब वह यूक्रेन में भारतीय दूतावास के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, अभी दूतावास उचित कदम उठा रहा है कि सुरक्षित वापस लौट सकें लेकिन हम यह अनदेखी नहीं कर सकते कि हालात मुश्किल हैं। इसलिये संयम से इंतजार कर रहे हैं। (भाषा)