बेंगलुरु। एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी के लिए यहां भारतीय खेल प्राधिकरण सेंटर में कड़ा अभ्यास कर रहे भारतीय हॉकी खिलाड़ी अब एक सप्ताह का ब्रेक लेंगे और इस दौरान अपने अपने शहरों में लौटकर परिवार से मिलेंगे। लेकिन टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने खिलाड़ियों को इस ब्रेक के दौरान अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखने और मिठाई-बिरयानी जैसी लजीज चीजों से दूर रहने की सलाह दी है।
भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच और हॉकी इंडिया के हाई परफार्मेंस निदेशक रोलैंट ओल्टमैंस ने खिलाड़ियों में नई ऊर्जा भरने के लिए यह फैसला किया है। हॉकी टीम के खिलाड़ी एक सप्ताह के ब्रेक के बाद फिर से 29 मई को एकत्रित होंगे। ओल्टमैंस का मानना है कि इस ब्रेक से खिलाड़ियों को ताजा दम होने और चैंपियंस ट्राफी के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी।
ओल्टमैंस ने कहा, 'पांच जून के बाद से टीम एक महीने के लिए दो अलग अलग देशों में दो अलग अलग टूर्नामेंट में खेलेगी। हम अब एक मुश्किल दौर में प्रवेश करने जा रहे हैं और हमारा लक्ष्य ओलंपिक से पहले खुद को तैयार कर लेना है। खिलाड़ियों के लिए एक सप्ताह का ब्रेक लेना जरूरी है ताकि वे खुद को तरोताजा कर सकें।' मुख्य कोच ने हालांकि खिलाड़ियों को सलाह दी है कि इस ब्रेक के दौरान वे पौष्टिक खाना खाएं और मिठाई,बिरयानी से पूरी तरह परहेज रखें।
ओल्टमैंस ने बताया कि लंदन में चैंपियंस ट्राफी पूरी होने के बाद टीम स्पेन के वैलेंशिया रवाना होगी जहां वह छह देशों का आमंत्रण टूर्नामेंट खेलेगी और जुलाई के पहले सप्ताह में ही वापसी करेगी। राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की पांच जुलाई को बैठक होगी और ओलंपिक के लिए अंतिम दल का चयन किया जाएगा।
इसके बाद 11 जुलाई को राष्ट्रीय शिविर शुरू होगा जो दो सप्ताह चलेगा। कोच ने बताया कि दो सप्ताह के शिविर के बाद टीम मैड्रिड रवाना होगी जहां वह स्पेन के साथ दो मैत्री मैच खेलेगी। टीम इसके बाद रियो रवाना हो जाएगी और वहां स्पेन तथा न्यूजीलैंड से मैत्री मैच खेलेगी। (वार्ता)