नई दिल्ली। 2010 में करोड़ों के कॉमनवेल्थ घोटाले के आरोपी और पूर्व कांग्रेस नेता सुरेश कलमाड़ी को भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाया गया है। चेन्नई में आईओए की वार्षिक आम सभा में कलमाड़ी के साथ इनेलो नेता और हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय चौटाला को भी आजीवन चुना गया है।
जब खेल मंत्री विजय गोयल से इस फैसले के बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर मसला है। मैं इस मामले को देखता हूं। हमें आश्चर्य है कि सुरेश कलमाड़ी और अभय चौटाला को आईओए का आजीवन सदस्य का पद कैसे दिया गया? सुरेश कलमाड़ी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। हमारी सरकार गुड गवर्नेंस के लिए है। सरकार से बड़ा कोई नहीं है। हमारी सरकार जो भी कदम ठीक समझेगी वो करेगी। हम आईओए से संबंधित दस्तावेज मंगवाकर आगे काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि अभय चौटाला और ललित भनोट के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने आईओए को निलंबित भी कर दिया था। वह निलंबन तभी हटा था जब इन दोनों को प्रबंधन से हटाया गया था। चेन्नई में हुई आम सभा में यह प्रस्ताव भारतीय ओलिंपिक संघ के संयुक्त सचिव राकेश गुप्ता ने रखा। इस प्रस्तवा को बैठक में मौजूद 150 लोगों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। सुरेश कलमाड़ी को कॉमनवेल्थ घोटाले में जेल की सजा हुई है। वह इस मामले में नौ महीने की सजा भी काट चुके हैं। चौटाला का भी आईओए में पुराना कार्यकाल विवादों भरा रहा था।
इस समय कलमाड़ी जमानत पर बाहर हैं। अप्रैल 2013 में ईडी ने कॉमनवेल्थ घोटाले में कलमाड़ी का नाम सामने आने पर उनसे पूछताछ की थी। कलमाड़ी 2010 में हुए राष्ट्रमंडलीय खेलों की आयोजन समिति के मुखिया थे। वहीं अभय चौटाला इससे पहले आईओए के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
चौटाला काफी समय से भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन में भी सक्रिय रहे हैं। चौटाला ने ट्वीट कर आजीवन अध्यक्ष बनाने के लिए धन्यवाद जताया है। उन्होंने कहा कि वे खेलों के लिए और काम करेंगे।