नई दिल्ली। भारत की तरफ ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी अभिनव बिंद्रा ने शनिवार को जसपाल राणा का नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नामित नहीं किए जाने पर चयन पैनल की कड़ी आलोचना की।
एशियाई खेलों में कई स्वर्ण पदक जीतने वाले राणा ने मनु भाकर, सौरभ चौधरी और अनीस भानवाला जैसे विश्वस्तरीय निशानेबाजों को तैयार किया है। बिंद्रा ने कहा कि उनके शिष्यों को अगले साल टोकियो ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करके चयन समित को गलत साबित करना चाहिए।
बिंद्रा ने ट्वीट किया कि मैं अपनी सफलता का श्रेय बेहतरीन कोच को देता रहा। जसपाल राणा सर्वश्रेष्ठ कोच में एक हैं और उन्हें द्रोणाचार्य के लिए नजरअंदाज करना निराशाजनक है।
बीजिंग ओलंपिक 2008 में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने वाले बिंद्रा ने कहा कि उम्मीद है कि इससे उनके शिष्यों को कड़ी मेहनत करने और टोकियो 2020 में समिति को गलत साबित करने की प्रेरणा मिलेगी।
राणा ने इस पर बिंद्रा का आभार व्यक्त किया और कहा कि वे किसी के सामने खुद को साबित करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आभार अभिनव बिंद्रा। आपके शब्द मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं। मैं किसी के सामने खुद को साबित करने की कोशिश नहीं कर रहा हूं।