महान पिस्टल निशानेबाज जसपाल राणा ने पेरिस ओलंपिक के लिये भारतीय निशानेबाजी दल के ऐलान में देरी पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे चयनित निशानेबाजों को तैयारी के लिये काफी कम समय मिलेगा।अमेरिका और इटली समेत कई देशों और यूरोपीय दिग्गजों ने टीमों का ऐलान कर दिया है। उनके निशानेबाज अभ्यास में जुट गए हैं।
भारत में शीर्ष पांच पिस्टल और राइफल निशानेबाज अगले एक महीने तक चयन ट्रायल में भाग लेंगे जो 19 अप्रैल से 19 मई तक चलेगा। इसके बाद तैयारी के लिये बहुत कम समय रह जायेगा क्योंकि पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू हो रहे हैं।
पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त राणा ने कहा , हम अभ्यास और तैयारियों के मामले में बाकी देशों से पीछे हैं। उन्होंने टीमें चुन ली है और तैयारी चल रही है। अभी तक हमें यह पता नहीं है कि कौन ओलंपिक जा रहा है और कौन नहीं। इससे कोटा स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ियों पर काफी दबाव बनता है। इसके अलावा जिन्हें कोटा नहीं मिला है , उन पर दबाव कम है।
निशानेबाजी खेल में निशानेबाज देश के लिये कोटा जीतते हैं और महासंघ ट्रायल, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर टीम चुनता है। कर्णी सिंह रेंज पर चल रहे ट्रायल में पांच निशानेबाजों का फाइनल हो रहा है।
आईएसएसएफ के नियमों के तहत पुरूषों की 25 मीटर रैपिड फायर को छोड़कर आठ निशानेबाज पिस्टल और राइफल स्पर्धाओं के फाइनल्स के लिये क्वालीफाई करेंगे। पुरूषों की 25 मीटर रैपिड फायर में छह निशानेबाज फाइनल्स खेलेंगे।
राणा ने कहा ,मैने कभी नहीं देखा कि पांच निशानेबाज फाइनल में खेलते हैं। पता नहीं क्या हो रहा है। पहली बार मैं देख रहा हूं कि पांच निशानेबाज फाइनल में हैं। इसमें कम से कम तीन और होने चाहिये। (भाषा)