नई दिल्ली। ध्रुव रावत तथा अमित राठौर और मालविका बांसोद तथा आकर्षी कश्यप को 31 जनवरी से राष्ट्रीय राजधानी में शुरू हो रहे पहले 'खेलो इंडिया' स्कूल गेम्स (केआईएसजी) के लिए एकल वर्ग में शीर्ष वरीयता दी गई है।
बैडमिंटन स्पर्धाएं 5 से 8 फरवरी के बीच यहां के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में होंगी और ये युवा खिलाड़ी स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे। उत्तराखंड के ध्रुव (शारदा पब्लिक स्कूल, अल्मोड़ा) को लड़कों के वर्ग में खिताब का दावेदार माना जा रहा है।
भारतीय बैडमिंटन संघ की अंडर-19 सूची में वे तीसरी रैंक के खिलाड़ी हैं। ध्रुव के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खेलने का अनुभव है और इसी कारण वे स्कूल गेम्स में सकारात्मक मनोबल के साथ खेलेंगे। मध्यप्रदेश के अमित को दूसरी सीड दी गई है और उनसे उम्मीद है कि वे टॉप सीड ध्रुव को कड़ी टक्कर देंगे।
दोनों के बीच जब अंतिम बार अंडर-17 प्रतियोगिता में भिड़ंत हुई थी, तब ध्रुव विजयी रहे थे। इन दोनों से यह भी उम्मीद होगी कि ये मौजूदा अंडर-17 चैंपियन मैसनाम मीराबा को भी खिताब से दूर रखेंगे। मैसनाम अंडर-17 वर्ग में टॉप खिलाड़ी हैं और अपने वर्ग में मौजूदा खिलाड़ियों से बेहतर हैं। उन्हें इस प्रतियोगिता के लिए चौथी सीडिंग मिली है।
मैसनाम ने कहा कि मैं 'खेलो इंडिया' स्कूल गेम्स में हिस्सा लेने को लेकर रोमांचित हूं। मैं अपना स्वाभाविक खेल दिखाने का प्रयास करूंगा। मैं कोर्ट पर उतरने से पहले कुछ अभ्यास भी करूंगा। मैं इस प्रतियोगिता का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। नागपुर की मालविका को लड़कियों के वर्ग में टॉप सीडिंग मिली है। बीएआई अंडर-19 रैंकिंग में वे छत्तीसगढ़ की आकर्षी से पीछे हैं।
तीसरी रैंक मालविका ने हाल ही में बरेली में आयोजित ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग टूर्नामेंट जीता है और इस जीत से मिले आत्मविश्वास के दम पर वह आकर्षी को हराने का प्रयास करेंगी। मालविका ने कहा कि 'खेलो इंडिया' से मेरी काफी उम्मीदें हैं। यह बड़ा आयोजन है और इसी कारण यह अच्छा मौका प्रदान कर रहा है।
टॉप सीड होने के कारण मैं आत्मविश्वास से भरपूर महसूस कर रही हूं। अब मुझ पर अच्छा करने की जिम्मेदारी है। अब मुझे हर हाल में अच्छा खेलना होगा। आकर्षी के लिए 2017 अच्छा रहा है। गुवाहाटी में बीते महीने आयोजित नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में उन्होंने दोहरा खिताब जीता। वे अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग में विजेता रहीं।
1 महीने पहले नेशनल चैंपियनशिप में मालविका को हराकर उन्होंने अंडर-17 खिताब जीता था, साथ ही क्वार्टर फाइनल में आकर्षी ने क्वार्टर फाइनल में 2012 ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारत की अग्रणी बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल को कड़ी टक्कर दी थी।
अहम बात यह है कि आकर्षी ने बिना किसी कोच के तमाम उपलब्धियां हासिल की हैं। वे भिलाई में खुद ही अभ्यास करती रही हैं लेकिन अब वे बेंगलुरु के प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में अभ्यास करती हैं। इन सभी युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को होते हुए स्कूल गेम्स में बैडमिंटन के मुकाबले रोचक होंगे, इसमें कोई शक नहीं है। (वार्ता)