नई दिल्ली। अखिल भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) की चयन समिति सोमवार को जब उज्बेकिस्तान के खिलाफ एशिया-ओसियाना क्षेत्रीय मुकाबले के लिए टीम का चयन करने के लिए बैठक करेगी तो उसमें सीनियर खिलाड़ी लिएंडर पेस की भारतीय डेविस कप टीम में जगह को लेकर मुख्य रूप से चर्चा होगी। चयनकर्ता इसके अलावा इस पर चर्चा करेंगे कि वे 2 एकल खिलाड़ियों के साथ उतरेंगे या फिर 3।
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से आखिरी क्षणों में बाहर होने वाले साकेत मयनेनी और सुमीत नागल ने चोटों के कारण खुद को अनुपलब्ध रखा है। ऐसे में रामकुमार रामनाथन, युकी भांबरी और रोहन बोपन्ना का अपनी बेहतर रैंकिंग के कारण चयन तय है। फिट होने पर मयनेनी एकल और युगल दोनों में खेल सकते हैं लेकिन अब सवाल यह है कि 3 एकल खिलाड़ी चुनने हैं या फिर 2 युगल खिलाड़ी रखने हैं?
अगर समिति 3 एकल खिलाड़ियों को रखने का फैसला करती है तो बोपन्ना की सीट पक्की है, क्योंकि वे विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर हैं और भारतीयों में सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग पर हैं। बोपन्ना को पिछले मुकाबले में टीम से बाहर कर दिया गया था जबकि वे सबसे अधिक रैंकिंग के खिलाड़ी हैं। अपनी तेजतर्रार सर्विस के मशहूर इस युगल खिलाड़ी की वापसी की पूरी संभावना है।
बोपन्ना ने हाल में समाप्त हुए दुबई एटीपी 500 टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है जिसमें वे अपने जोड़ीदार मार्सिन मातकोवस्की के साथ फाइनल में पहुंचे और उपविजेता रहे। उन्होंने सेमीफाइनल में पेस और उनके जोड़ीदार गार्सिया गुलीरेमो लोपेज की जोड़ी को हराया था।
अगर रैंकिंग मानदंड को अपनाया जाता है तो पेस का टीम से अपना स्थान गंवाना निश्चित होगा, क्योंकि वे 62वें नंबर की रैंकिंग से चौथे नंबर पर हैं तथा दिविज शरण (54) और पूरव राजा (56) दोनों उनसे आगे हैं।
अगर बोपन्ना और पेस दोनों को चुना जाता है तो टीम के पास एकल में भाग लेने के लिए केवल युकी और रामकुमार होंगे। अगर कोई भी चोटिल होता है और जरूरत पड़ती है तो न तो बोपन्ना और न ही पेस एकल के 5 सेट में खेल पाएंगे। यहां तक कि अगर समिति 2 एकल खिलाड़ियों को रखने का फैसला करती है तो बाएं हाथ के शरण और राजा की शायद इस बार अनदेखी नहीं की जाएगी, क्योंकि एआईटीए अधिकारियों ने रिकॉर्ड में कहा है कि वे टीम में युवाओं को मौका देना चाहते हैं।
इन हालात में ऐसा लगता है कि पेस अपना स्थान गंवा देंगे और उन्हें डेविस कप में अपने रिकॉर्ड तोड़ने वाले 43वें युगल मुकाबले की जीत का इंतजार करना होगा। सवाल तब तीसरे एकल खिलाड़ी का होगा। इसके लिए 2 दावेदार हैं- तमिलनाडु के प्रजनेश गुणेश्वरन और एन. श्रीराम बालाजी। गुणेश्वरन पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले के लिए टीम में थे जिसमें भारत ने 4-1 से जीत दर्ज की थी।
एशिया-ओसियाना दूसरे दौर का मुकाबला महेश भूपति के लिए गैर खिलाड़ी कप्तान के तौर पर पहला होगा। यह 7 से 9 अप्रैल तक बेंगलुरु में खेला जाएगा और इसकी विजेता टीम विश्व ग्रुप प्लेऑफ चरण के लिए क्वालीफाई कर लेगी।
दुनिया के 68वें नंबर के खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन के दौरा करने वाली टीम की अगुवाई करने की संभावना है। इस्तोमिन ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में नोवाक जोकोविच को हराकर उलटफेर किया था, उन्होंने पहले दौर में अपनी टीम की कोरिया पर 3-1 से जीत में अहम भूमिका अदा की थी।
उन्होंने अपने दोनों एकल मुकाबले जीते थे और साथ ही संजार फेजिएव के साथ मिलकर युगल मुकाबला भी जीता था जिससे उज्बेकिस्तान ने जीत दर्ज की थी। (भाषा)