सुल्तान जोहोर कप में कांस्य पदक जीतने के बाद पीआर श्रीजेश की कोचिंग वाली भारतीय टीम जूनियर एशिया कप खिताब का बचाव करने के लिए शुक्रवार को मस्कट रवाना हुई।पिछले साल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीतने वाली भारतीय टीम पूल ए में अपने अभियान की शुरुआत 27 नवंबर को थाईलैंड के खिलाफ करेगी।
टीम का अगला मुकाबला 28 नवंबर को जापान और 30 नवंबर को चीनी ताइपे से होगा। भारत का आखिरी ग्रुप चरण मैच एक दिसंबर को कोरिया से होगा।पूल बी में पाकिस्तान, मलेशिया, बांग्लादेश, ओमान और चीन शामिल हैं।
भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए शीर्ष दो में जगह बनाने की जरूरत होगी।कप्तान आमिर अली को सकारात्मक शुरुआत का भरोसा है। उन्होंने कहा कि टीम ने अच्छी तैयारी की है और उन्हें फाइनल में पहुंचने का भरोसा है।
अली ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, हम कड़ी तैयारी कर रहे हैं और आगे की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।उन्होंने कहा, हम सभी इस टूर्नामेंट की महत्ता और बड़े मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने के मौके को अच्छी तरह समझते हैं। हमारा ध्यान पहले मैच से ही अपना सर्वश्रेष्ठ करने और फाइनल में जगह बनाने के लिए एक मजबूत स्थिति में पहुंचने पर है।
उप-कप्तान रोहित ने कहा कि टूर्नामेंट से पहले पूरी टीम प्रेरित है।उन्होंने कहा, शिविर में सभी खिलाड़ी ऊर्जा से भरे हैं और खिलाड़ियों में एकता की भावना है। सुल्तान जोहोर कप में हमारे हालिया प्रदर्शन ने हमें आत्मविश्वास दिया है और हम इसे बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
भारत अब तक 2004, 2008 और 2015 में खिताब जीतकर टूर्नामेंट में सबसे सफल टीम है।भारत के दिग्गज गोलकीपर श्रीजेश के लिए कोच के तौर पर यह दूसरा टूर्नामेंट होगा। उन्होंने सुल्तान जोहोर कप में कांस्य पदक जीत कर अपने कार्यकाल की शुरुआत की। इसमें टीम ने न्यूजीलैंड को रोमांचक शूटआउट में 2-2 (3-2) से हराया। (भाषा)