महान मुक्केबाज मोहम्मद अली का शनिवार को अमेरिका के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके और बॉक्सिंग के संबंध में यह कह पाना मुश्किल है कि मोहम्मद अली ने बॉक्सिंग को उस मुकाम पर पहुंचाया है जिस पर वे आज हैं या मोहम्मद अली का आश्चर्यजनक वजूद बॉक्सिंग की वजह से है।
स्पोर्ट्समैन ऑफ द सेंचुरी' के खिताब से नवाजे गए इस महान मुक्केबाज के विषय में कहा जाता था कि वे रिंग में अपनी किसी भी बड़ी फाइट के पहले सेक्स करना बंद कर देते थे। यह समय कुछ लोगों के हिसाब से दो महीनों का होता था जबकि कुछ लोग मानते हैं कि बॉक्सर अली सिर्फ छ: हफ्तों के लिए ही खुद पर नियंत्रण रखते थे।
सबसे सफलतम खिलाड़ियों में से एक होने के अलावा 'द ग्रेटेस्ट' निकनेम वाले मोहम्मद अली ने अपनी सेक्स अपील के लिए भी खास प्रसिद्धि पाई और यहीं से इस विचार ने बहस को जन्म दिया कि क्या सेक्स और खिलाड़ियों के प्रदर्शन में कोई संबंध है?
सेक्स और खेल के प्रदर्शन का संबंध प्लेटो ने यह कहकर शुरू किया था कि ओलिंपियंस को प्रतियोगिता के पहले सेक्स से बचना चाहिए। इस विचार से कोई वैज्ञानिक तथ्य जुड़ा नहीं हैं जिसके हिसाब से शरीर की एनर्जी सेक्स करने से बरबाद होती हो या प्रदर्शन के समय ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल पैदा होती हो बल्कि विज्ञान ने साबित किया है कि सेक्स महिलाओं को मसल्स में होने वाले दर्द को कम करता है और पुरुषों मे सेक्स करने से टेस्टोस्टेरॉन नाम के हार्मोन्स का स्राव होता है जिससे पुरुषों की ताकत बढ़ती है।