नई दिल्ली: स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर से जुड़ने और मिश्रित युगल के अपने जोड़ीदार शरत कमल के साथ अभ्यास करने के लिये तैयार हो गयी है जिससे भारतीय टीम की ओलंपिक तैयारियां पटरी पर आने की संभावना है।
इससे पहले मनिका और जी साथियान दोनों ने शिविर में भाग लेने से इन्कार कर दिया था। उन्होंने क्रमश: पुणे और चेन्नई में अपने प्रशिक्षकों के साथ अभ्यास करने को प्राथमिकता दी थी।
साथियान की 20 जून से शुरू होने वाले शिविर से जुड़ने को लेकर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है लेकिन मनिका ने भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) को सूचित किया है कि वह अपने निजी कोच सन्मय परांजपे के साथ सोनीपत आने के लिये तैयार है।
टीटीएफआई के सलाहकार एमपी सिंह ने पीटीआई—भाषा से कहा, 'उसने शिविर में भाग लेने के लिये हामी भर दी है। हम इसकी सराहना करते है। हमें शिविर के लिये भारतीय खेल प्राधिकरण की भी मंजूरी मिल गयी है। '
उन्होंने कहा, 'हमारी सबसे अच्छी संभावना मिश्रित युगल में है इसलिए मनिका और शरत की तैयारियां बेहद महत्वपूर्ण हैं। उम्मीद है कि इस शिविर से उन्हें काफी फायदा मिलेगा। ' मनिका, शरत और साथियान के अलावा सुतिर्था मुखर्जी ने भी ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है। ओलंपिक खेलों में यह पहला अवसर होगा जबकि भारत के चार खिलाड़ी टेबल टेनिस में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
लॉन टेनिस की सानिया और बैडमिंटन की साइना के बीच हाल ही मेंं जो महिला खिलाड़ी टेबल टेनिस के कारण लोकप्रिय हुई है वह है मणिका बत्रा। भारतीय महिला खिलाड़ियों में मणिका पहली रैंक पर है और विश्व में उनकी रैंक 63 है।
दिल्ली में पली बढ़ी मणिका बत्रा ने 4 वर्ष की उम्र से ही टेबल टेनिस खेलना शुरु कर दिया था। मणिका बत्रा ने कॉमनवेल्थ गेम्स और दक्षिण एशियाई खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया और वह मीडिया में एक जाना माना नाम बन गई। खासकर 2018 में हमेशा से अविजित सिंगाुपर की दो खिलाड़ियों को हराकर उनकी लोकप्रियता खासी बढ गई। इस बार पूरे देश को उनसे ओलंपिक मेडल की उम्मीद है।
वहीं भारत के शीर्ष टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के पुरुष एकल के दूसरे राउंड रोबिन मैच में पाकिस्तान के मोहम्मद रमीज को हराकर तोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह सुरक्षित की थी।
शरत ने पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद रमीज को एशियन ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के दक्षिण एशिया ग्रुप के दूसरे राउंड रोबिन मैच में परास्त कर यह उपलब्धि हासिल की थी । अचंत शरत ने 22 मिनट में यह मुकाबला 11-4, 11-1, 11-5, 11-4 से जीत कर टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया था।
(भाषा)