तियानजिन। विश्व की पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी मारिया शारापोवा ने करीब ढाई वर्ष के अपने उतार-चढ़ाव से भरे सफर के बाद आखिरकार यहां तियानजिन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में खिताबी कामयाबी हासिल कर ली।
चीन के तियानजिन में रविवार को खेले गए महिला एकल फाइनल में रूसी खिलाड़ी ने बेलारूस की एरीना सबालेंका को 7-5, 7-6 से पराजित कर खिताब पर अपना कब्जा किया। ढाई वर्ष बाद यह शारापोवा का पहला खिताब है, जो 15 महीने डोपिंग के लिए निलंबन झेलने के बाद वापसी कर रही हैं।
पहली बार डब्ल्यूटीए फाइनल में पहुंची सबालेंका को शारापोवा ने करीब 2 घंटे तक चले संघर्षपूर्ण मैच में पराजित किया। शारापोवा ने वर्ष 2015 में आखिरी बार इटालियन ओपन का खिताब जीता था। यह रूसी खिलाड़ी का करियर में 36वां डब्ल्यूटीए खिताब भी है।
बेलारूसी खिलाड़ी मैच में कुछ घबराई हुई लगीं और पहले ही गेम में शारापोवा ने उनकी सर्विस ब्रेक कर दी, लेकिन इसके बाद सबालेंका ने अगले 4 गेम जीतकर 4-1 की बढ़त बना ली और मैच के पहले 7 अंक भी जीते। 2 बार अपनी सर्विस गंवाने वाली शारापोवा ने फिर संभलते हुए स्कोर 4-3 किया। दोनों ही खिलाड़ियों ने कई पॉवरफुल शॉट्स लगाए और शारापोवा ने फिर अपना चौथा ब्रेक अंक भुनाया।
इसके बाद रूसी खिलाड़ी ने काफी नियंत्रित प्रदर्शन किया और सबालेंका की सर्विस ब्रेक कर 6-5 से बढ़त बनाई। सबालेंका अगले गेम में फोरहैंड के साथ गलती कर बैठीं और पहला सेट शारापोवा ने जीता। दूसरे गेम में फिर से विश्व की 101वीं रैंकिंग की खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत की और शारापोवा की सर्विस ब्रेक करते हुए 4-1 की बढ़त बनाई।
सबालेंका ने खिताब के लिए मजबूत चुनौती पेश करते हुए कई बेहतरीन फोरहैंड विनर लगाए। एक समय 5-1 की बढ़त के बाद बेलारूसी खिलाड़ी ने सेट को टाईब्रेक में खींच दिया लेकिन इस बार शारापोवा ने लगातार 2 बार सबालेंका की सर्विस ब्रेक कर दी और स्कोर 5-4 पहुंच गया। रूसी खिलाड़ी ने फिर तीसरी बार सबालेंका की सर्विस ब्रेक की और लगातार 5 गेम जीते हुए 6-5 पर अपना पहला मैच प्वॉइंट हासिल किया।
19 साल की सबालेंका ने लेकिन टाईब्रेकर में 8-8 के स्कोर पर डबल फॉल्ट कर दिया जिससे शारापोवा को चौथा मैच प्वॉइंट मिल गया। इसके बाद 30 वर्षीय शारापोवा ने अपने मजबूत सर्व के साथ टाईब्रेक जीतकर खिताब पर कब्जा कर लिया। (वार्ता)