पेरिस। डोपिंग के लिए निलंबन झेल चुकीं रूस की मारिया शारापोवा को फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लेम टेनिस टूर्नामेंट में वाइल्ड कार्ड प्रवेश देने से इंकार कर दिया गया है जिससे उनका करियर में तीसरा फ्रेंच ओपन खिताब जीतने का सपना आखिरकार टूट गया है।
फ्रेंच टेनिस फेडरेशन (एफएफटी) अध्यक्ष बर्नार्ड गियुडिसेली ने कहा कि आपको चोट से वापसी के बाद वाइल्ड कार्ड दिया जा सकता है, लेकिन जब आप डोपिंग के कारण निलंबन से वापसी कर रहे हों तो वाइल्ड कार्ड नहीं दिया जा सकता है। मैं मारिया के मीडिया में प्रभाव और प्रसारकों की उम्मीदों की सराहना करता हूं लेकिन डोपिंग रोधी नियमों के आधार पर यह संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुझे मारिया के लिए दु:ख हो रहा है और उनके प्रशंसकों के लिए भी। वे काफी निराश होंगे, लेकिन ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं खेल के सर्वोच्च स्तर को बनाए रखूं। 30 वर्षीय शारापोवा को गत वर्ष प्रतिबंधित मेलडोनियम पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया था जिसके बाद उन पर 15 महीने का प्रतिबंध लगाया गया था। गत माह कोर्ट पर वापसी कर रहीं रूसी खिलाड़ी को कई टूर्नामेंटों में वाइल्ड कार्ड दिए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि उन्हें वर्ष के दूसरे ग्रैंड स्लैम के लिए आयोजक वाइल्ड कार्ड दे सकते हैं।
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी अपने प्रतिबंध के कारण मौजूदा विश्व रैंकिंग में 211वें स्थान पर खिसक चुकी हैं और इस कारण से रोलां गैरां के मुख्य ड्रा में उन्हें प्रवेश मिलना संभव नहीं है। ऐसे में शारापोवा को फ्रेंच ओपन में वाइल्ड कार्ड प्रवेश का ही सहारा था जिसका मुख्य ड्रॉ 28 मई से शुरू होने जा रहा है जबकि क्वालिफाइंग मैच इससे एक सप्ताह पहले होंगे। (वार्ता)