लुसाने। खेल पंचाट ने माइकल प्लातिनी की फीफा रिश्वत मामले के बाद लगे प्रतिबंध के खिलाफ अपील को सोमवार को खारिज कर दिया जिसके बाद उन्हें यूरोपियन फुटबॉल संघ (यूईएफए) के प्रमुख पद से इस्तीफा देना पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) ने प्लातिनी पर 20 लाख डॉलर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था और उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। खेल पंचाट में इस प्रतिबंध के खिलाफ प्लातिनी ने अपील की थी जहां उनकी सजा को छ: से घटाकर चार वर्ष किया गया है। फीफा की आचार समिति ने यह प्रतिबंध प्लातिनी पर लगाया था।
अदालत ने प्लातिनी की आखिरी अपील को भी खारिज कर दिया। फ्रेंच फुटबॉल लीजैंड प्लातिनी पर वर्ष 2011 के रिश्वत मामले में यह प्रतिबंध इसलिए लगाया गया था क्योंकि प्लातिनी उस समय प्रभावशाली कामकाज देख रहे थे। इस मामले में फीफा के पूर्व प्रमुख सैप ब्लेटर पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
खेल पंचाट ने अपने फैसले में कहा कि वे इस बात से सहमत नहीं है कि प्लातिनी और ब्लेटर ने जो पैसा लिया था वह तर्कसंगत था। उन्होंने साथ ही प्लातिनी की गतिविधियों को भी अवैध और गैर ईमानदार करार दिया है। हालांकि इस दौरान अदालत ने ब्लेटर के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है। ब्लेटर इस समय स्विट्जरलैंड में आपराधिक जांच का सामना कर रहे हैं। (वार्ता)