नई दिल्ली। अरबपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सदस्यता के लिए नामित किया गया है और यदि उन्हें दो से चार अगस्त के बीच होने वाले आईओसी सत्र में चुना जाता है तो वह दुनिया की सर्वोच्च खेल संस्था में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन जाएंगी।
स्विट्जरलैंड स्थित आईओसी ओलंपिक अभियान की सर्वोच्च संस्था है और उसकी ग्रीष्म और शीतकालीन तथा परालंपिक खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी होती है। एक बयान में कहा गया है, ‘रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्षा नीता अंबानी को आईओसी के नए सदस्य के लिए उम्मीद्वार के रूप में नामांकित किया गया है।’चुनाव दो से चार अगस्त के बीच रियो डि जनेरियो में 129वें आईओसी सत्र में होंगे।
स्वतंत्र चयन प्रक्रिया आईओसी सदस्यों की भर्ती की नई प्रणाली अपनाता है जो ओलंपिक एजेंडा 2020 की सिफारिशों पर आधारित है। एक बार चुने जाने पर वह 70 साल की उम्र तक सदस्य बनी रहेंगी। अंबानी आईओसी के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। आईओसी में पहले भारतीय प्रतिनिधि सर दोराबजी टाटा थे जबकि राजा रणधीर सिंह वर्तमान में आईओसी के मानद सदस्य हैं। वह 2000 से 2014 तक इसके सदस्य रहे थे।
ओलंपिक चार्टर और आईओसी नियमों के अनुसार जिस श्रेणी के तहत अंबानी के नाम पर विचार किया जा रहा है, वह उन स्वयंसेवकों के लिए है जो आईओसी और ओलंपिक अभियान का अपने देश में प्रतिनिधित्व करेंगे। वे आईओसी के अंदर अपने देश के प्रतिनिधि नहीं होते हैं। इस तरह के नामांकितों की सेवानिवृति की उम्र 70 साल होती है।
आईओसी सत्र में नए सदस्यों का चुनाव होता है। आईओसी नामांकन आयोग प्रत्येक उम्मीद्वार की फाइल का विश्लेषण करता है और इसके बाद इसे कार्यकारी बोर्ड के पास भेज दिया जाता है। वह बाद में सत्र में अपना प्रस्ताव रखता है जो गोपनीय मतदान के जरिए नए सदस्यों का चुनाव करता है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सदस्यता के लिए नामित होने के बाद श्रीमती नीता अंबानी ने कहा, ‘मैं अपने युवाओं को आगे बढ़ाने, समुदायों को एकजुट करने तथा विभिन्न संस्कृतियों और पीढ़ियों के बीच सेतु का काम करने में खेलों की ताकत में विश्वास करती हूं। मैं इस अवसर के लिए आईओसी की आभारी हूं। यह भारत और भारतीय महिलाओं को मिली पहचान है। मैं आईओसी के लक्ष्य हासिल करने में योगदान देने के इस अवसर को लेकर उत्साहित हूं।’ (भाषा)